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अब ईरान पर इजराइल बड़े हमले की तैयारी में हैं। इजराइल कैबिनेट ने भी इसकी इजाजत दे दी है। इजराइल के इस फैसले के बाद दुनिया भर में इसकी चर्चा हो रही है। रिपोर्ट के मुताबिक इजरायल (Israel) ईरान के न्यूक्लियर साइट्स पर हमला कर सकता है। इजरायल का कहना है कि ये हमला उसका बीते 13 अप्रैल को उसके देश में हमला किए जाने का बदला है। इज़राइल हमले शुरू करने के लिए अपने युद्धक विमानों को भी तैयार कर रहा है। बता दें कि इजरायल ने ये फैसला अपनी वॉर कैबिनेट की दो बैठकों के बाद लिया है।
इस मीटिंग में इजरायल के नेताओं ने प्लान बनाया कि ईरान के हमले का जवाब आखिर किस तरह दिया जाए। इजरायल के स्थानीय मीडिया ने ये रिपोर्ट प्रकाशित की है। हालांकि इजरायल नेे अभी कोई समय नहीं बताया है कि ये हमला कब किया जाएगा लेकिन ये जरूर कहा गया है कि इजरायल की वायुसेना अमेरिका के निर्मित एफ -16, एफ -15 और एफ -35 लड़ाकू जेट्स को हमले के लिए तैयार कर रही है। यानी ये हमला काफी खतरनाक होने वाला है।
बता दें कि इस रिपोर्ट में कहा गया है कि ईरान पर इजरायल का हमला एक तरह से ईरान और दुनिया को ये संदेश होगा कि इज़राइल अपने खिलाफ इतने बड़े हमले को बगैर प्रतिक्रिया के खाली नहीं जाने देगा। हालांकि इज़रायली नेताओं को उम्मीद नहीं है कि इस जवाबी हमले से कोई बड़ा युद्ध छिड़ जाएगा।
इजरायल के इस फैसले पर अमरीका का भी बयान आ गया है। राष्ट्रपति जो बाइडेन और उनके और सहयोगियों ने इजरायल से कहा है कि उसे संयम बरतना चाहिए। उन्होंने इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू से ये भी कह दिया है कि अमेरिका इजरायल के इस जवाबी हमले का समर्थन नहीं करेगा। ईरान पर हमले को लेकर इज़राइल की सेना के प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल हर्ज़ी हलेवी ने कहा कि ईरान के हमले का जवाब दिया जाएगा। हालांकि इस जवाबी हमले का सेनाध्यक्ष ने कोई समय नहीं बताया।
बता दें कि ईरान ने जवाबी कार्रवाई करने पर इजराइल पर और भी घातक हमला करने की धमकी दी है। इसके अलावा अमेरिका को भी चेताया है कि अगर उसने इजरायल का इस जवाबी हमले में साथ दिया तो वो सीरिया, जॉर्डन और इराक में अमेरिकी सैनिकों को निशाना बनाएगा।