बीरेंद्र कुमार झा
मणिपुर में हिंसा के एक बार फिर से भड़कने की खबर है। प्राप्त खबरों के अनुसार पहली हिंसा के बाद जो लोग अपने अपने घर छोड़कर पलायन कर चुके हैं उपद्रवियों ने उनके घरों में आग लगा दी।वहीं इस बावता भारतीय सेना ने सोमवार को कहा कि मणिपुर के इंफाल के बाहरी इलाके में संभावित आपसी संघर्ष के इनपुट के बाद संवेदनशील इलाकों में सेना और असम राइफल्स के जवानों को तैनात कर दिया गया है। सेना की तरफ से बताया गया कि फिलहाल इंफाल के बाहरी इलाकों में स्थिति नियंत्रण में है। इस दौरान करीब 3 संदिग्धों को हिरासत में ले लिया गया है।इनके पास से दो हथियार भी बरामद किए गए हैं। सेना के अनुसार यहां स्थिति अभी शांतिपूर्ण है।
उपद्रवियों ने खाली घरों में लगाई आग
सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार पहाड़ी राज्य मणिपुर में सोमवार को हिंसा एक बार फिर से भड़क गई।इस दौरान उपद्रवियों ने उन घरों में आग लगा दी है जो अपने अपने घरों को छोड़कर पड़ोसी राज्यों में शरण लिए हुए हैं उपद्रवियों ने न्यू लैंबूलेन इलाके में पलायन करने वाले परिवारों के खाली घरों में आग लगाई थी। हालांकि लोगों के पहले से ही पलायन कर दिए जाने की वजह से इस आगजनी के कारण कोई हताहत नहीं हुआ है।
मौके पर सेना के जवान तैनात
सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार उपद्रवियों की ओर से खाली घरों में आग लगाए जाने के बाद सेना और असम राइफल्स के जवानों को उस क्षेत्र में तैनात कर दिया गया। सेना ने वहां पहुंचते ही भीड़ को तितर-बितर करने के लिए बल प्रयोग किया और आंसू गैस के गोले दागे।हालांकि इस दौरान कुछ लोगों को मामूली चोटें भी आई। इसके बाद स्थानीय लोगों ने सड़क पर टायर जलाकर इस घटना का विरोध किया।
इंफाल में फिर लगा कर्फ्यू
मणिपुर में हिंसा और उपद्रव की घटना के बाद मणिपुर के पूर्वी जिले इंफाल में एक बार फिर कर्फ्यू लगा दिया गया है। इसके साथ ही सेना और पुलिस के जवानों की गश्त बढ़ा दी गई है और नियमों को कड़ा कर दिया गया है।प्राप्त खबरों के अनुसार कुकी छात्र संगठन की दिल्ली इकाई ने दावा किया है कि इंफाल के चास्सदड एवेन्यू में एक आईसीआई चर्च को मितेई समुदाय के लोगों की ओर से निशाना बनाकर उसे जला दिया गया है।