बीरेंद्र कुमार झा
भारत में महंगाई खत्म हो गई! भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के गवर्नर शक्तिकांत दास ने शुक्रवार को दावा किया है कि महंगाई का बुरा दौर पीछे छूट गया है। उन्होंने कहा कि हमारा वित्तीय क्षेत्र स्थिर और काफी मजबूत है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि डॉलर के मजबूत होने से कोई समस्या नहीं है। हमारा बाहरी ऋण प्रबंधन योग्य है। आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने डॉलर की कीमत बढ़ने के कारण उच्च बाहरी ऋण जोखिम वाले देशों की मदद करने के लिए जी 20 देशों से समन्वित प्रयासों का आह्वान किया।
जलवायु परिवर्तन से प्रभावित देशों को वित्तपोषण करने की जरूरत
आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा कि जी-20 देशों को जलवायु परिवर्तन से सबसे अधिक प्रभावित देशों को युद्ध स्तर पर वित्तपोषण मुहैया करवाना चाहिए। उन्होंने कहा कि अमेरिका में बैंकिंग क्षेत्र में जारी संकट स्पष्ट तौर पर दिखाता है कि निजी क्रिप्टोकरेंसी वित्तीय प्रणाली के लिए किस तरह जोखिम पैदा करती है। उन्होंने कहा कि अत्यधिक जमा या कर वृद्धि बैंकिंग प्रणाली के लिए अच्छी चीज नहीं है।
भारतीय बैंकिंग प्रणाली स्थिर
अमेरिकी बैंकों के संकट के बीच भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा कि भारतीय बैंक की प्रणाली स्थिर और लचीली बनी हुई है। आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने 17वें केपी हॉर्मिस स्मारक व्याख्यान में कहा कि अमेरिकी बैंकों का संकट विवेकपूर्ण परिसंपत्ति देवता प्रबंधन की आवश्यकता दिखाता है। सिलीकान वैली बैंक के पतन का जिक्र करते हुए शक्तिकांत दास ने कहा कि बैंकों को बॉन्ड में निवेश करने से पहले उचित जोखिम का मूल्यांकन अवश्य करना चाहिए।
भारत का विदेशी कर्ज प्रबंधनीय स्तर के भीतर
आरबीआई के गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा कि भारत का कुल विदेशी कर्ज प्रबंध अन्य स्तरों के भीतर ही है। उन्होंने कहा कि आरबीआई लगातार बैंकों से जुड़ा रहा है और उन्हें मजबूत जोखिम प्रबंधन प्रथाओं को अपनाने, समय-समय पर तनाव परीक्षण करने और पर्याप्त पूंजी बफर बनाने के लिए प्रेरित किया है। संयुक्त राज्य अमेरिका और यूरोप में व्यापक बैंकिंग संकट की आशंका के बीच दुनिया भर के बैंक शेयरों में गिरावट आई हैं।