बीरेंद्र कुमार झा
रूस- यूक्रेन के बाद इजरायल- हमास की लड़ाई में महाशक्तियों की दिलचस्पी बढ़ती जा रही है। इजरायल ने जहां हमास को मिट्टी में मिलने की कसम खाई है, वहीं अमेरिका भी उसका खूब साथ दे रहा है। जो बाइडेन के अधिकारियों ने साफ शब्दों में कहा है कि हमास द्वारा बंधक बनाए गए इजरायल के लोगों की सुरक्षित वापसी के लिए जो बाइडेन प्रतिबद्ध हैं। इस सब के बीच चीन का भी बयान सामने आया है उसने कहा कि वह गाजा में फिलिस्तीनियों की मदद के लिए रूस के साथ काम करने के लिए तैयार है। इन युद्धों में महाशक्तियों की बढ़ती दिलचस्पी से दुनिया पर फिर से विश्व युद्ध का खतरा मंडराने लगा है।
इजराइल को सैन्य सहायता के साथ गाजा में भी मानवीय मूल्यों के लिए सहायता
अमेरिकी विदेश विभाग की प्रवक्ता मैथ्यू मिलर ने एक प्रेस ब्रीफिंग में कहा कि संयुक्त राज्य अमेरिका न केवल हमास का मुकाबला करने के प्रयासों में इजरायल की सहायता करने के लिए तैयार है, बल्कि गाजा को मानवी सहायता पहुंचाने की सुविधा भी प्रदान करने के लिए तैयार है गौरतलब है कि राष्ट्रपति जो बाइडेन ने हाल ही में इजरायल की यात्रा की थी। अमेरिकी अधिकारियों ने यह भी कहा है कि अमेरिकी खुफिया विभाग अल अहली अस्पताल में हुए विस्फोट के लिए इसराइल हवाई हमले को जिम्मेदार नहीं मानता है।
रूस और चीन साथ -साथ
इसराइल – हमास युद्ध पर रूस और चीन साथ-साथ नजर आ रहे हैं। इसका सबसे बड़ा कारण अमेरिका है। रूस – यूक्रेन युद्ध में अमेरिका के यूक्रेन का पक्ष लिए जाने बाद अमेरिका और रूस के बीच की दुश्मनी काफी बढ़ गई है ।वहीं दक्षिणी चीन सागर में वर्चस्व को लेकर चीन और अमेरिका के रिश्ते भी सहज नहीं है।ऐसे में फिलीस्तीन के बहाने दोनों देश मिलकर अमेरिका को जवाब देने की कोशिश करते दिख रहे हैं।समाचार एजेंसी रायटर्स के अनुसार चीनी मीडिया ने बताया कि चीन इजराइल – फिलिस्तीन संघर्ष को शांत करने के लिए रूस के साथ बात करने और समन्वय बनाए रखने के लिए तैयार है। चीनी मध्य पूर्व के विशेष दूत और इसके रूसी समकक्ष के साथ हुई बैठक के बाद यह रिपोर्ट सामने आई है। कतर के दोहा में रूस के साथ बैठक के बाद दूत झाई जून ने कहा कि फिलिस्तीनी मामले पर चीन और रूस का रुख समान है।झाई ने नागरिकों के मारे जाने और मानवीय संकट के बारे में चीन की चिंता व्यक्त की।
ब्रिटेन इजरायल के साथ सुनक ने किया तेल अवीव का दौरा
ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक इजराइल – हमास युद्ध को आगे बढ़ने से रोकने के संबंध में बातचीत करने और इजरायल के साथ एक जुटता दिखाने के लिए गुरुवार को तेलअवीव पहुंचे थे।यहां ऋषि सुनक ने प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू से वादा किया कि इस कठिन समय में वे इजरायल के साथ हैं। साथ ही उन्होंने गाजा में एक मानवीय गलियारा खोलने का स्वागत किया।नेतन्याहू ने ऋषि सुनक का गले लगाकर स्वागत किया और एक दूसरे को दोस्त बताया। सुनक ने कहा कि मैं यह कहना चाहूंगा कि मुझे इजरायल के सबसे कठिन समय में आपके साथ यहां खड़ा होने पर गर्व है। आपके मित्र के रूप में हम आपके साथ एक जुटता से खड़े होंगे। हम आपके लोगों के साथ खड़े होंगे और हम यह भी चाहेंगे कि आप युद्ध जीतें।उन्होंने कहा कि इस खौफनाक समय में फंसे ब्रिटिश नागरिकों को दिए गए सहयोग के लिए भी मैं आपका धन्यवाद देना चाहता हूं।
युद्ध किसी के हित में नहीं: क्लेवर्ली
पश्चिमी देशों की एक जुटता दिखाने और इस क्षेत्र में शांति स्थापित करने के लिए ऋषि सुनक के यात्रा के साथ-साथ ब्रिटेन के विदेश मंत्री जेम्स क्लेवर्ली ने भी पूरे क्षेत्र में संघर्ष को फैलने से रोकने और शांतिपूर्ण हल निकालने की दिशा में काम करने की प्रयासों के तहत पश्चिम एशिया में विभिन्न देशों की यात्रा शुरू की है। ये मिश्र , तुर्कीये और कतर में वरिष्ठ नेताओं से मिलेंगे। क्लेवर्ली ने कहा कि युद्ध किसी के हित में नहीं है। ना इजरायली न फिलिस्तीन और ना ही व्यापक पश्चिम एशिया के लिए इस युद्ध से कुछ हासिल होने वाला है,जिसके लिए इस संघर्ष में अन्य देशों को शामिल किया जाए ।