अखिलेश अखिल
लोकसभा चुनाव के परिणाम हालांकि चार जून को आने हैं लेकिन इंडिया गठबंधन की अहम्ए बैठक एक जून को ही होने जा रही है। माना जा रहा है कि इस बैठक में कई मुद्दों पर चर्चा होगी। पीएम उम्मीदवार को लेकर भी बात की जा सकती है और आगे क्या कुछ हो सकता है उस पर भी मंथन किया जा सकता है।
एक जून को 18 वी लोकसभा चुनाव के अंतिम चरण की समाप्ति हो जाएगी। अंतिम चरण के चुनाव में आठ राज्यों के कुल 57 सीटों पर मतदान किये जाने हैं। इससे पहले इंडिया गठबंधन और एनडीए के बीच घमासान मचा हुआ है। दोनों गठबंधन के नेता अंतिम चुनाव में बाजी मारने के लिए ही तोड़ प्रयास कर रहे हैं। चार जून को परिणाम घोषित किये जाने हैं। बीजेपी के अपने दावे हैं जबकि िन्दी गठबंधन के अपने दावे हैं। दोनों गठबंधन की तरफ से सरकार बनाने की बात कही जा रही है।
आगे की रणनीति बनाने के लिए एक जून को इंडिया गठबंधन की अहम बैठक की जा रही है। जानकारी के मुताबकि कांग्रेस अध्यक्ष खड़गे ने इंडिया ब्लॉक के सभी दलों को बैठक के लिए आमंत्रित भी कर दिया है।सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, यह बैठक एक जून को देश की राजधानी दिल्ली मेंं होगी। जिस समय यह बैठक होगी। उस दौरान आखिरी चरण का मतदान भी हो रहा होगा।
सूत्रों के अनुसार, विपक्षी नेता 4 जून के नतीजों से पहले अपनी रणनीति पर चर्चा करेंगे और सात चरण के चुनावों में अपने प्रदर्शन का आकलन करेंगे। विपक्षी गठबंधन दावा कर रहा है कि वह भाजपा के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन को केंद्र में सत्ता में लौटने से रोकने और अपनी खुद की सरकार बनाने में सक्षम होगा।बता दें कि यह कोई पहली बार नहीं हो रहा है जब चुनाव के नतीजों से पहले ऐसी बैठक बुलाई जा रही है।
इससे पहले भी 2019 के आम चुनाव के बाद और नतीजों से पहले कांग्रेस के तब के अध्यक्ष राहुल गांधी ने अपनी अध्यक्षता में ऐसी बैठक बुलाई थी। तब कांग्रेस में रहे और बीजेपी में शामिल हो चुके कई नेताओं ने बताया कि उस बैठक में राहुल गांधी ने कहा था कि अगर यूपीए सरकार बनाती है तो प्रधानमंत्री का पद कांग्रेस के पास रहेगा। वहीं, गृहमंत्रालय डीएमके के पास रहेगा और एम के स्टालिन देश के गृहमंत्री बनेंगे।
वहीं, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाले सत्तारूढ़ गठबंधन ने यह दावा किया है कि वह इन चुनावों के बाद लगातार तीसरी बार केंद्र में सरकार बनाएगा। इंडिया ब्लॉक बनाने के लिए अट्ठाईस विपक्षी दल एक साथ आए हैं। हालांकि, नीतीश कुमार की जनता दल (यूनाइटेड) और राष्ट्रीय लोक दल जैसी कुछ पार्टियां बाद में एनडीए में शामिल हो गईं।