बीरेंद्र कुमार झा
प्रवर्तन निदेशालय (ED) को बड़गाई अंचल के कर्मचारी भानु प्रताप के घर छापेमारी के दौरान एक डायरी मिली थी। इस डायरी में जमीन के मामले में पैसों के लेन-देन का हिसाब और पैसा देने वाले का नाम लिखा है। कर्मचारी ने यह पैसा रजिस्टर टू में बदलाव कर संबंधित लोगों का नाम जोड़ने के लिए लिया है।
ईडी की टीम ने 13 अप्रैल को आईएस छवि रंजन सहित अन्य लोगों के ठिकानों पर छापा मारा था।कर्मचारी भानु प्रताप के घर से छापेमारी के दौरान डायरी, अंचल कार्यालय की जमीन से संबंधित सरकारी दस्तावेज और नगद 3.97 लाख रुपये मिले थे। कर्मचारी के घर से बड़गाई अंचल की जमीन से संबंधित वॉल्यूम नंबर 6, वॉल्यूम नंबर 7, वॉल्यूम 8,नया बड़गाई, पुराना बड़गाई के दस्तावेज तथा जिला भू अर्जन कार्यालय सहित अन्य दस्तावेज शामिल हैं।
मूल दस्तावेज में बड़े पैमाने पर हुई है छेड़छाड़
वॉल्यूम नंबर 6 में अंचल के खाता नंबर 134 से 153 की जमीन के मूल दस्तावेज है। कर्मचारी के घर से मिले पुराना बड़गाई से संबंधित दस्तावेज जीर्ण शीर्ण अवस्था में है। इसमें कहीं कहीं नहीं पन्ने जोड़े गए हैं। कर्मचारी के घर से जप्त किए गए वॉल्यूम में अलग-अलग क्षेत्रों की जमीन से संबंधित मूल दस्तावेज हैं। ईडी ने कर्मचारी के घर से मिले दस्तावेज की प्रारंभिक जांच में जमीन के दस्तावेज में बड़े पैमाने पर काट छांट कर और कई लोगों का नाम मिटा कर दूसरे लोगों का नाम लिखे जाने का मामला पकड़ा है।
रजिस्टर टू में नाम दर्ज नहीं ,लेकिन वेबसाइट पर दिखता है खतियान में नाम दर्ज
कुछ मामले ऐसे भी पाए गए हैं जिसमें जमीन से संबंधित रजिस्टर टू में जिस आदमी के नाम की इंट्री नहीं है, उसका नाम भी वेबसाइट पर जमीन से संबंधित ब्यौरे में दर्ज कर दिया गया है। दस्तावेज में जालसाजी कर जमीन खरीद बिक्री मामले में जारी जांच के दौरान 2 दर्जन से ज्यादा लोगों ने अपनी जमीन हड़पे जाने की शिकायत की है। साथ ही इससे संबंधित दस्तावेज भी ईडी कार्यालय में जमा किए हैं।अब भी बहुत से लोगों को अपने साथ हुई जालसाजी की जानकारीनहीं है ,क्योंकि कुछ दस्तवेजों में छेड़छाड़ काफी हाल में की गई है।