वर्ष 2023 के दिसंबर महीने में पांच राज्यों में हुए विधानसभा चुनाव परिणाम के आने पर बीजेपी ने छत्तीसगढ़,राजस्थान और मध्य प्रदेश में डबल इंजन वाली सरकार बनाई।लेकिन बिहार में तो यह बिना चुनाव के ही शाम तक डबल इंजन की सरकार बना बनाने जा रही है।आज सुबह महागठबंधन सरकार के मुख्यमंत्री के रूप में इस्तीफा देने के बाद नीतीश कुमार ने राज्यपाल से मिलकर 9 वीं बार सरकार बनाने का दावा पेश किया है। इस दौरान उनके साथ बीजेपी के सम्राट चौधरी और विजय सिंह के साथ-साथे हम पार्टी सुप्रीमो जीतन राम मांझी भी मौजूद थे। सरकार बनाने का दावा पेश करने से पूर्व नीतीश कुमार को एनडीए विधायक दल की बैठक में विधायक दल का नेता चुन लिया गया था। एनडीए के सहयोग से नीतीश कुमार के नेतृत्व में बनने वाली नए डबल इंजन सरकार में बीजेपी से सम्राट चौधरी और विजय सिन्हा उपमुख्यमंत्री होंगे। इस सरकार को जितेंद्र राम मांझी ने भी अपना समर्थन दिया है गौरतलब है की शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने के लिए बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा भी शाम तक पटना आ रहे हैं।
नीतीश कुमार के साथ मंत्रीपद की सपथ लेंगे ये मंत्री
नीतीश कुमार आज शाम 5:00 बजे मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे। इस दौरान उनके साथ आठ और मंत्री भी मंत्रीपाद की शपथ लेंगे।मुख्यमंत्री के सात आज शपथ लेने वाले मंत्रियों में सम्राट चौधरी, विजय सिंह ,सुमित कुमार सिंह, विजय चौधरी,संतोष कुमार सुमन, सुमित कुमार सिंह,विजेंद्र प्रसाद यादव और प्रेम कुमार का नाम शामिल है।
नीतीश कुमार को 128 विधायकों का समर्थन
बिहार विधानसभा में कुल सीटों की संख्या 243 है।ऐसे में यहां सरकार बनाने के लिए जरूरी विधायकों का जादुई आंकड़ा 122 होता है।हालांकि नीतीश कुमार को इस जरूरी 122 विधायकों की संख्या से भी ज्यादा विधायकों का समर्थन प्राप्त है। नीतीश कुमार ने बिहार में नई सरकार बनाने के लिए राज्यपाल को विधायकों के समर्थन की जो चिट्ठी सोपी है, उसमें इन्हें 128 विधायकों का समर्थन प्राप्त होने की बात कही गई है।
उपमुख्यमंत्री पद से बीजेपी का नीतीश संग पिछड़ा -अगड़ा दोनो को साधने का प्रयास
बीजेपी ने अपनी पार्टी की तरफ से दो उपमुख्यमंत्री तय किया है।इसमें से एक उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी हैं। जो पिछड़े समाज के कोयरी (कुशवाहा) वर्ग से आते हैं,वहीं बीजेपी ने अपने दूसरे उपमुख्यमंत्री की रूप में विजय सिन्हा का चयन किया है।विजय सिन्हा अगड़ी जाति में भूमिहार वर्ग से आते हैं। उपमुख्यमंत्री के इस चुनाव से बीजेपी एक तीर से दो शिकार करने के मूड में है।एक तो यह इसके द्वारा नीतीश कुमार पर नियंत्रण रखेगी,दूसरे आगामी लोकसभा चुनाव में अगड़ा और पिछड़ा दोनों ही समुदायों के बीच सेंधमारी कर अपना वोट बैंक बढ़ाएगी।