न्यूज डेस्क
चक्रवाती तूफान मिचौंग ने तमिलनाडु की राजधानी चेन्नई के साथ-साथ कई अन्य जिलों में भीषण तबाही मचायी है। हवाई अड्डे से लेकर सब वे तक जलजमाव के चलते आवागमन पूरी तरह ठप हो गया है। चक्रवात के कारण तमिलनाडु और पुडुचेरी में भारी वर्षा हुई। चेन्नई में बारिश से जुड़ी घटनाओं में अब तक कम से कम 17 लोगों की मौत हो चुकी है। जबकि करोड़ों की संपत्ति का नुकसान हुआ है। तटीय इलाकों में सड़कें जलमग्न हो गई हैं। सैकड़ों पेड़ टूटे। बिजली और फोन की लाइनों के साथ फसलों को भी काफी नुकसान हुआ। तूफान से पहले ही 9 हजार से ज्यादा लोगों को सुरक्षित ठिकानों पर पहुंचाया गया है। भारी बारिश और बाढ़ के कारण चेन्नई, तिरुवल्लुर, कांचीपुरम और चेंगलपट्टू में स्कूल 6 दिसंबर को बंद रहेंगे।
मिचौंग से निपटने के लिए एनडीआरएफ ने बनाई 29 टीमें
चक्रवाती तूफान मिचौंग के मद्देनजर बचाव और राहत अभियान चलाने के लिए आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु, तेलंगाना और पुडुचेरी में एनडीआरएफ की कुल 29 टीमें तैनात की गई हैं। तमिलनाडु में एनडीआरएफ की 14 टीम, आंध्र प्रदेश में 11, तेलंगाना में एक और पुडुचेरी में तीन टीम तैनात की गई हैं।
ओडिशा और तेलगांना के कई जिलों में रेड अलर्ट
मौसम विभाग के अनुसार, लैंडफाल (तट से टकराने की प्रक्रिया पूरी होने) के बाद यह कमजोर पड़ गया है। अब ओडिशा और पूर्वी तेलंगाना के दक्षिणी जिले अलर्ट पर हैं। मिचौंग के चलते मंगलवार को ओडिशा के दक्षिणी जिलों में भी बारिश हुई। तूफान के बापटला तट पर टकराने के चलते ऊंची-ऊंची लहरें उठ रही हैं और तेज गति से हवा चल रही है। अगले 24 घंटों के दौरान 200 एमएम तक बारिश होने के आसार हैं। करीब साढ़े नौ हजार लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया हैं।
मिचौंग के चलते 140 ट्रेने और 40 उड़ाने रद्द
मौसम विभाग का कहना है कि मगलवार देर रात तक तूफान की गति घटकर 65-75 किलोमीटर प्रति घंटे तक आने के आसार हैं। आंध प्रदेश में चक्रवात मिचौंग के चलते मंगलवार को 140 ट्रेनें और 40 उड़ानें रद रहीं। उधर, चेन्नई के अधिकांश इलाकों में मंगलवार को सुबह से बारिश का असर कम रहा, इससे अधिकारियों को बचाव और राहत कार्य तेज करने के लिए समय मिल गया है।
आंध्र प्रदेश में बनाए गये 52 पुनर्वास केंद्र
उधर आंध्र प्रदेश के अनाकापल्ले जिले में 52 पुनर्वास केंद्र स्थापित किए गए हैं, जहां 60,000 से अधिक लोग रह सकते हैं। राज्य सरकार की ओर से चार लाख टन अनाज को भीगने से बचाने के उपाय भी किये जा रहे हैं। तूफान के चलते एलुरु जिले में स्कूल बंद कर दिए गए हैं।