Homeदेशकांग्रेस वर्किंग कमेटी की बैठक : दक्षिण से दिल्ली साधने की कोशिश...

कांग्रेस वर्किंग कमेटी की बैठक : दक्षिण से दिल्ली साधने की कोशिश !

Published on

- Advertisement -


 अखिलेश अखिल 

हैदराबाद में आज से कांग्रेस वर्किंग कमिटी की दो दिवसीय बैठक शुरू हो गई है। इस बैठक में कांग्रेस कार्य समिति के सभी नेता तो पहुंचे ही है इसके साथ ही चुनावी राज्यों के भी प्रमुख नेताओं को बुलाया गया है। बता दें कि पार्टी अध्यक्ष खड़गे ने 20 अगस्त को ही वर्किंग कमिटी का ऐलान किया था। इस कमेटी में सोनिया गाँधी ,राहुल गाँधी और प्रियंका गाँधी समेत कुल 39 सदस्य है। आज की बैठक में शामिल होने के लिए सोनिया गाँधी ,राहुल गांधी और प्रियंका गाँधी भी हैदराबाद पहुँच गए।
                    माना जा रहा है कि इस दो दिवसीय बैठक में पांच राज्यों में होने वाले चुनाव पर गहन चर्चा होगी और साथ ही अगले साल के लोक सभा चुनाव को लेकर भी रणनीति तैयार की जाएगी। जानकार मान रहे हैं कि हैदराबाद से ही कांग्रेस दिल्ली को साधने की कोशिश करेगी। इस बैठक में इंडिया गठबंधन के भीतर सीटों के बंटवारे को लेकर भी आपसी बातचीत हो सकती है। जिन राज्यों में कांग्रेस और बीजेपी के बीच सीधा मुकाबला है वहाँ कैसे चुनाव में बीजेपी को मात दी जाए इस पर भी बात होगी।                      
                   दरअसल, तमिलनाडु, केरल, कर्नाटक, आंध्र, तेलंगाना में लोकसभा की 129 सीटें हैं। 2019 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस ने 28 सीट जीती थी, जबकि भाजपा ने 29 सीटों पर जीत हासिल की थी। इन 29 सीटों में 25 सीटें अकेले कर्नाटक से भाजपा को मिली थीं। कांग्रेस का मानना है कि यदि रणनीति बनाकर भाजपा को घेरा जाए तो बाजी पलट जाएगी। सूत्रों से यह भी जानकारी मिल रही है कि इस बार के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस दक्षिण भारत  बेहतर जीत चाहती है और उम्मीद की जा रही है कि कांग्रेस की नजर कर्नाटक के साथ ही केरल ,आंध्रा और तेलंगाना पर भी है। सूत्र बता रहे हैं कि कांग्रेस अगले लोकसभा चुनाव में दक्षिण के राज्यों से कम से कम 60 सीटों का लक्ष्य लेकर चल रही है। 
                      राहुल गांधी ने दक्षिण से ही अपनी भारत जोड़ो यात्रा की शुरुआत की थी। यह यात्रा कन्याकुमारी से कश्मीर तक गई थी। कांग्रेस को उम्मीद है कि भारत जोड़ो यात्रा से कांग्रेस का जनाधार बढ़ा है। कांग्रेस का यह भी मानना है कि अगर दक्षिण में जीत मिली तो 2024 में बड़ा फायदा होगा।             
      बता दें कि वर्किंग कमेटी कांग्रेस की सबसे उच्च कमिटी  है। जो पार्टी में अहम फैसले ले सकती है। पार्टी संविधान से जुड़े हर फैसले का अधिकार है। पार्टी अध्यक्ष को नियुक्त करने/हटाने का भी अधिकार है। कांग्रेस वर्किंग कमेटी का गठन दिसंबर 1920 में हुआ था।
                       

Latest articles

महिला आरक्षण बिल : राहुल गाँधी ने कहा देश को गुमराह करने की कोशिश ,सरकार यह कानून अभी से लागू करे 

न्यूज़ डेस्क कांग्रेस अभी पूरे फॉर्म में है। वह किसी भी बात को अब कहने...

लैंड फॉर जॉब केस : चार अक्टूबर को सीबीआई कोर्ट में हाजिर होंगे लालू -तेजस्वी !

अखिलेश अखिल वैसे तो राजद सुप्रीमो लालू यादव की परेशानी तो वर्षों से चल रही...

अनुसूचित जाति के आरक्षण के भीतर कोटे में होगा कोटा, सरकार कर सकती है विचार

बीरेंद्र कुमार झा मोदी सरकार कोटा के अंदर कोटा को लेकर विचार कर रही है।...

14 दिनों की रात के बाद चन्द्रमा पर सुबह ,सूरज की रौशनी पड़ते जाग उठेंगे लैंडर और रोवर !

अखिलेश अखिल इसरो के वैज्ञानिक आज चंद्रयान 3 के रोवर और लैंडर पर टकटकी लगाए...

More like this

महिला आरक्षण बिल : राहुल गाँधी ने कहा देश को गुमराह करने की कोशिश ,सरकार यह कानून अभी से लागू करे 

न्यूज़ डेस्क कांग्रेस अभी पूरे फॉर्म में है। वह किसी भी बात को अब कहने...

लैंड फॉर जॉब केस : चार अक्टूबर को सीबीआई कोर्ट में हाजिर होंगे लालू -तेजस्वी !

अखिलेश अखिल वैसे तो राजद सुप्रीमो लालू यादव की परेशानी तो वर्षों से चल रही...

अनुसूचित जाति के आरक्षण के भीतर कोटे में होगा कोटा, सरकार कर सकती है विचार

बीरेंद्र कुमार झा मोदी सरकार कोटा के अंदर कोटा को लेकर विचार कर रही है।...