– बीरेंद्र कुमार झा
उपेंद्र बोले – पूर्णिया की रैली में नहीं जाएंगे
नीतीश ने कहा – उनका अलाइनमेंट कहीं और हुआ है
जेडीयू संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने अपनी 19-20 फरवरी को होने वाली बैठक में समता पार्टी के पुराने सदस्य और जदयू बचाने की इच्छा रखने वाले वाले नेताओं को बुलाया है। वहीं, पूर्णिया में होने वाली रैली को oलेकर कहा कि मेरे शामिल होने और ना होने से कोई फर्क नहीं पड़ता है। वो इस रैली में नही जा रहे हैं।
कुशवाहा ने अधिकारियों के बीच गाली गलौज मामले पर मुख्यमंत्री के हस्तक्षेप करने की मांग की है। कहा है कि यह सही नहीं है। गाली देने की छूट किसी को नहीं मिल सकती।
इधर उपेंद्र कुशवाहा के बयान पर CM नीतीश कुमार ने भी जवाब दिया है। पूर्णिया में आज उनसे कुशवाहा को लेकर सवाल किया गया तो कहा कि ये सब कह रहे हैं शायद उनका अलाइनमेंट कहीं और हुआ है।
कुशवाहा ने कहा – पूर्णिया में जेडीयू नहीं, महागठबंधन की रैली
जेडीयू से बागी नेता उपेंद्र कुशवाहा ने आज कहा कि पूर्णिया में रैली हो रही है तो होने दीजिए। उससे कोई फर्क नहीं पड़ता है। वैसे भी जेडीयू की रैली नहीं हो रही है। महागठबंधन की रैली हो रही है। ये कार्यक्रम अलग है और हमारा जो अभियान है वो अलग है, पार्टी की मजबूती के लिए है। पूर्णिया रैली में पार्टी शामिल हो रही है। मेरे शामिल होने और ना होने से कोई फर्क नहीं पड़ता।
कुशवाहा ने कहा कि सभी पार्टियां अपनी तैयारी में लग चुकी हैं। लोकसभा चुनाव नजदीक आ रहा है तो सभी लोग रैली और सभाएं कर रहे हैं। सभी पार्टी लगी है। उसी क्रम में अमित शाह का भी कार्यक्रम है। चुनाव का समय है और चुनाव का समय ना भी हो तो पार्टियों का अपना-अपना कार्यक्रम होता है। बीजेपी का कार्यक्रम है, उसमें अमित शाह जी आने वाले हैं। महागठबंधन की रैली में महागठबंधन के नेता शामिल होंगे।
अपनी मीटिंग में सभी को न्योता भेजा
अपनी बैठक के कार्यक्रम पर कुशवाहा ने कहा कि हमने 19-20 फरवरी के लिए सभी को न्योता भेजा है। जो पार्टी की स्थिति है, उसको लेकर जिसके मन में चिंता है। उनको और पुराने समता पार्टी के समय से जुड़े रहे हैं, वैसे तमाम लोगों को हमने बुलाया है। सभी बैठ कर चिंतन करेंगे।
अधिकारियों के बीच गालीगलौज पर CM करें हस्तक्षेप
बिहार में हाल में सामने आए बड़े पुलिस अधिकारियों के बीच गाली-गलौज के मामलों पर उन्होंने कहा कि यह किसी भी हालत में ठीक नहीं है। कोई भी बड़े पद पर हो और अपने छोटे अधिकारियों को गाली दे, यह बर्दाश्त नहीं हो सकता है।
उन्होंने कहा कि अधिकारी होने का यह अर्थ नहीं है कि अपने नीचे के स्टाफ को गाली दें। इसीलिए उनका सर्विस कोड है। मुख्यमंत्री जी को इस पर संज्ञान लेना चाहिए कि ऐसे कैसे हो सकता है कि अधिकारी अपने नीचे के अधिकारी को गाली दे रहे हैं। गाली देने की छूट किसी को नहीं मिल सकती।
पूर्णिया में मुख्यमंत्री से पूछा गया कुशवाहा पर सवाल
समाधान यात्रा के क्रम में आज पूर्णिया पहुंचे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से कुशवाहा को लेकर सवाल किया गया। उन्होंने पहले तो कहा कि हम जो काम करते हैं उस पर कोई चर्चा नहीं होती। खिलाफ बोलने वालों को अखबारों की सुर्खियों में जगह मिलती है। वैसे इसे लेकर हमारी पार्टी में कोई दिक्कत नहीं है। बाद में उन्होंने कहा – ये सब कह रहे हैं शायद उनका अलाइनमेंट कहीं और हुआ है।