न्यूज़ डेस्क
लोकतंत्र में चुनाव में लड़ने का अधिकार तो सबको मिले हुए हैं। जो देश का नागरिक है और चुनाव लड़ने की कुछ शर्तो को पूरी करते हैं वे चुनाव लड़ सकते हैं। लोकतंत्र की यही खासियत है कि देश का कोई भी नागरिक कही से किसी के खिलाफ चुनाव लड़ सकता है।
अब प्रधानमंत्री मोदी को वाराणसी से टक्कर देने के लिए कॉमेडियन श्याम रंगीला चुनावी मैदान में खड़े होने का ऐलान किया है। रंगीला की अपनी पहचान है और अपने फॉलोवर्स भी। वे राजस्थान से आते हैं। युवा है और देश के बारे में सब कुछ जानते भी हैं।
जानकारी के मुताबिक़ श्याम रंगीला इस सप्ताह के अंत तक वाराणसी पहुंच कर पीएम मोदी के खिलाफ पर्चा दाखिल करेंगे। श्याम रंगीला ने सोशल साइट एक्स पर ऐलान किया कि वह वाराणसी से लोकसभा चुनाव लड़ेंगे।
एक्स पर कॉमेडियन श्याम रंगीला ने एक वीडियो जारी करते कहा कि प्यारे देशवासियों से मैं मन की बात करने आया हूं। आप सोच रहे होंगे कि मैं मजाक कर रहा हूं, लेकिन यह सच है कि मैं वाराणसी से पीएम मोदी के खिलाफ चुनाव लड़ रहा हूं। उन्होंने कहा कि आजकल किसी का पता नहीं है कि कौन कब नामांकन वापस ले ले। ऐसे में वह चुनावी मैदान पर डटे रहेंगे। वह जनता को यह संदेश देंगे कि चुनाव होगा और लोग उनके लिए भी मतदान कर सकते हैं।
बता दें कि कॉमेडियन श्याम रंगीला की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आवाज और उनके स्टाइल में बोलने के लिए काफी मशहूर हैं। वो कुछ सालों पहले पीएम मोदी की मिमिक्री कर चर्चा में आए थे। हालांकि, बाद में उन्होंंने पीएम मोदी को समर्थन दे दिया था।
कॉमेडियन श्याम रंगीला ने द ग्रेट इंडियन लाफ्टर चैलेंज में प्रदर्शन किया। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की नकल करते हुए जज अक्षय कुमार से स्टैंडिंग ओवेशन प्राप्त किया। हालांकि, इसे स्टार प्लस पर कभी प्रसारित नहीं किया गया।
श्याम रंगीला उर्फ श्याम सुंदर का जन्म 25 अगस्त 1994 को राजस्थान के हनुमानगढ़ जिले की पीलीबंगा तहसील के गांव मानकथेरी में हुआ। उनके पिता जवाहर लाल एक किसान हैं। ऐसे में खेती के साथ कई परेशानियों के कारण उन्होंने 2013 में गांव को छोड़ दिया और एक नए गांव में शिफ्ट हो गए। श्याम रंगीला का परिवार अभी राजस्थान में श्रीगंगानगर जिले के रायसिंहनगर शहर के मोकामावाला गांव में रहता है।
श्याम रंगीला ने सूरतगढ़ से 12वीं की पढ़ाई की। फिर 2012-15 तक जयपुर में एनीमेशन कोर्स किया। श्याम का बचपन से ही कॉमेडियन बनने का सपना था। स्कूल-कॉलेज के दिनों से कॉमेडी किया करते थे।