न्यूज डेस्क
लोकसभा चुनाव भाजपा के खराब प्रदर्शन के बाद योगी मंत्रिमंडल की शनिवार को पहली बैठक हुई। इस दौरान सभी कैबिनेट मंत्री, राज्य मंत्री और राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार मौजूद रहे। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंत्रियों से उनके विभाग के कामकाज के बारे में जानकारी ली और राज्य में चल रही योजनाओं को और तेज गति से बढ़ाने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि सरकार जनता के लिए है। मंत्री लोग जनता के बीच जाएं। हमें वीआईपी कल्चर स्वीकार नहीं है। जनता के साथ संवाद, समन्वय और संवेदनशीलता की नीति अपनाएं।
यूपी के वित्त मंत्री सुरेश खन्ना के मुताबिक मुख्यमंत्री ने राज्य को उत्तम प्रदेश बनाने और गुड गवर्नेंस पर चर्चा की। सभी मंत्रियों को उनकी जिम्मेदारी का निर्वाह करने, प्रभार जनपदों और क्षेत्र पर ध्यान देने को कहा गया। विभाग में अच्छा प्रदर्शन करने के निर्देश दिए गए हैं।
वहीं पर्यटन मंत्री जयवीर सिंह ने बताया कि मुख्यमंत्री ने आज सभी मंत्रियों के साथ बैठक की उसमें उनके विभाग में चल रही योजनाओं की क्या स्थिति है, इस पर रिपोर्ट मांगी। दो माह आचार संहिता के कारण रुके कामों को कैसे तेज गति प्रदान की जाए, इस पर भी चर्चा हुई। यह जो टाइम खराब हुआ है, उसे कैसे रिकवर करना है, इस पर भी चर्चा हुई है। इसे रूटीन बैठक कह सकते हैं। जयवीर सिंह ने कहा कि अब हम अपने विभाग की समीक्षा करेंगे इसके लिए बैठक बुलाएंगे। सारे रुके हुए काम तेजी से शुरू होंगे।
गौरतलब है कि लोकसभा चुनाव परिणाम आने के बाद पहली बार यूपी में मंत्रिमंडल की बैठक हो रही थी। भाजपा नेतृत्व यूपी में आए चुनाव परिणाम से खुश नहीं है। ऐसे में सरकार व संगठन के स्तर पर समीक्षाओं का दौर शुरू हो चुका है। मुख्यमंत्री ने दिल्ली से लौटते ही अधिकारियों के साथ बैठक की थी। कानून व्यवस्था सख्त करने के निर्देश दिए थे। इसके पहले उन्होंने सभी विभागों के अपर मुख्य सचिव और प्रमुख सचिव के साथ समीक्षा बैठक की थी। उन्हें विभाग में खाली पड़े पदों पर भर्ती करने के साथ ही आवश्यक दिशा निर्देश भी दिया था।