Homeदेशझारखंड हाईकोर्ट के उद्घाटन में बोले सीजेआई डीवाई चंद्रचूड़- न्याय में देरी...

झारखंड हाईकोर्ट के उद्घाटन में बोले सीजेआई डीवाई चंद्रचूड़- न्याय में देरी होगी तो लोगों की आस्था कैसे रहेगी

Published on

बीरेंद्र कुमार झा

झारखंड के हाई कोर्ट के नए भवन के उद्घाटन समारोह पर रांची पहुंचे चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया डीवाई चंद्रचूड़ ने कहा कि झारखंड हाई कोर्ट की नई इमारत का शुभारंभ भारत के न्याय प्रणाली के इतिहास व भविष्य को उज्जवल कर रहा है।न्यायालय भवन के माध्यम से हम आज के अवसर पर सामाजिक न्याय व संवैधानिक मूल्यों के संरक्षण के लिए अपने आप को समर्पित करते हैं। न्यायपालिका भवन का विस्तार होने से न्याय प्रणाली की प्रतिष्ठा बढ़ती है।

न्यायालय के प्रति निष्ठा बढ़ाने के लिए त्वरित न्याय जरूरी

भारत के मुख्य न्यायाधीश ने इस अवसर पर कहा कि भारतीय नागरिक अपने वादों को लेकर न्यायपालिका के द्वार में प्रवेश करते हैं। तब उनकी आस्था को कायम रखना हम सब का उत्तरदायित्व है। सर्वोच्च न्यायालय के 7 वर्ष के मेरे निजी अनुभव में मुझे न्याय व अन्याय की छवि का एहसास हुआ है। सजा होने के पहले हजारों नागरिक छोटे अपराधों के कारण जेलों में बंद रहते हैं ।अक्सर महीनों या सालों तक। उनके पास ना ही साधन है और ना ही साक्षरता।यदि न्याय प्रणाली में उन्हें शीघ्रता से न्याय नहीं मिल पाए तो उनकी आस्था कैसे बनी रहेगी?

प्रिज्म आप इनोसेंस न्याय व्यवस्था का मूलभूत सिद्धांत है। इस सिद्धांत को जमानत के मामलों में प्रत्यक्ष रूप से हमें अपने सामने रखना चाहिए। गरीब विचाराधीन कैदी के जमानत में विलंब होने से सामान्य नागरिक की आस्था कैसे दृढ़ रहेगी? जिला एवं सत्र न्यायालय को सक्षम बनाना, उच्च न्यायालय और सर्वोच्च न्यायालय का कर्तव्य है।

जिला न्यायालय को मिले बराबरी एवम समानता का अवसर

भारत के मुख्य न्यायाधीश ने कहां कि मैं समझता हूं कि जिला न्यायालयों को हम अधीनस्थ न्यायालय की व्याख्या देते हैं तो उनको अधीनस्थ की भावना प्रदान करते हैं इस माहौल में हमें सुधार लाना होगा जिला न्यायालयों को जब बराबरी मिलेगी समानता मिलेगी तभी हम उनके कार्य में गरिमा और गौरव ला सकेंगे। जिला न्यायालयों की गरिमा नागरिकों की गरिमा से जुड़ी हुई है। आज के इस समारोह का विशेष महत्व इस बात पर ही है न्याय प्रणाली व सामाजिक न्याय में सद्भाव बनाए रखना राज्य व राष्ट्र के हित में है।

न्याय प्रणाली का लक्ष्य सामान्य नागरिक को न्याय दिलाना है। इस प्रक्रिया में वादकारियों को उपलब्धियां प्राप्त होनी चाहिए। मुकदमों के बारे में जानकारी मिले, समय पर सुनवाई हो, फैसले का दस्तावेज प्राप्त हो, कचहरी में साफ सुथरा भोजन और जल मिले, महिलाओं के लिए अलग शौचालय हो। पर आज देश में कई कचहरी ऐसे हैं महिलाओं के लिए शौचालय भी नहीं है।

न्याय प्रणाली में सुधार के लिए हमें अपने आप से पूछने होंगे कठोर सवाल

भारत के मुख्य न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़ ने कहा कि हमें न्याय की वर्तमान परिस्थिति में सुधार लाने की जरूरत है। हमें अपने आप से कठोर सवाल पूछने पड़ेंगे कि आज का समाज, सदियों पहले के समाज से कितनी विकसित हुई है ? उनकी दृढ़ आस्था और न्याय के लिए हल ढूंढना होगा। न्याय व्यवस्था को नागरिकों तक पहुंचाना होगा। न्याय की खोज उलझन बनने से सामाजिक न्याय नागरिकों तक कैसे पहुंचेगी? पिछड़ी जनजातियों और आदिवासी वर्ग के पास दस्तावेज की कमी है ।इन सभी चीजों पर हमें ध्यान देना होगा।

आधुनिक तकनीक का हो प्रयोग

भारत के मुख्य न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़ ने कहा कि हम तकनीक के माध्यम से न्याय को प्रत्येक नागरिक के द्वार तक ले जाने का प्रयास कर रहे हैं। सर्वोच्च न्यायालय व उच्च न्यायालय का कार्य अंग्रेजी भाषा में होता है। अंग्रेजी भाषा से दूर 6 लाख 40 हजार गांव तक हम तब पहुंच सकते हैं,जब हम अपने फैसले का अनुवाद स्थानीय भाषाओं में कर लें। इस कार्य को आज आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के माध्यम से सर्वोच्च न्यायालय ने अपनाया है। उदाहरण के तौर पर हिंदी भाषा में सर्वोच्च न्यायालय के 6 हजार से ज्यादा फैसले का अनुवाद हुआ है।

भारत के मुख्य न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़ ने कहा कि आज सर्वोच्च न्यायालय के 34 हजार फैसले ईएससीआर में उपलब्ध हो गए हैं। फैसलों को प्रोत्साहन देने के लिए उच्च न्यायालयों में आस्था रखता हूं अदालत की कार्यवाही को लाइव स्ट्रीमिंग कर इसका प्रसारण देश के हर घर में ले जाना हमारा लक्ष्य है। ई कोर्ट के फेज 3 में भारत सरकार ने ₹7000 करोड़ का अनुदान दिया है। इससे न्याय प्रणाली आधुनिक न्याय प्रणाली की ओर प्रेरित होगी, साथ ही साथ टेक्नोलॉजी के माध्यम से हम अपने कार्य को सामान्य जीवन से नजदीकी प्रदान करेंगे।

Latest articles

यूपी पॉलिटिक्स : क्या यादव समाज के लोग अब खूंटे से बंधे रहना नहीं चाहते ?

न्यूज़ डेस्क आसन्न लोकसभा चुनाव में सभी दलों की नजर जातीय समीकरण पर टिकी हुई...

संयुक्त राष्ट्र ने कहा- उम्मीद है कि भारत में हर किसी के अधिकारों की रक्षा की जाएगी

न्यूज़ डेस्क संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुतारेस के एक प्रवक्ता ने कहा कि उन्हें...

आखिर उमा भारती को बीजेपी ने स्टार प्रचारक क्यों नहीं बनाया ?

न्यूज़ डेस्क क्या मध्यप्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री और बीजेपी की वरिष्ठ नेता उमा भर्ती...

मुख्तार अंसारी की मौत पर सियासी जंग,अखिलेश यादव ने योगी सरकार पर साधा निशाना 

न्यूज़ डेस्क एक तरफ लोकसभा चुनाव की तैयारी  चल रही है  दूसरी तरफ यूपी की...

More like this

यूपी पॉलिटिक्स : क्या यादव समाज के लोग अब खूंटे से बंधे रहना नहीं चाहते ?

न्यूज़ डेस्क आसन्न लोकसभा चुनाव में सभी दलों की नजर जातीय समीकरण पर टिकी हुई...

संयुक्त राष्ट्र ने कहा- उम्मीद है कि भारत में हर किसी के अधिकारों की रक्षा की जाएगी

न्यूज़ डेस्क संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुतारेस के एक प्रवक्ता ने कहा कि उन्हें...

आखिर उमा भारती को बीजेपी ने स्टार प्रचारक क्यों नहीं बनाया ?

न्यूज़ डेस्क क्या मध्यप्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री और बीजेपी की वरिष्ठ नेता उमा भर्ती...