न्यूज़ डेस्क
यह बात साफ़ है कि बीजेपी कांग्रेस को बड़ी चुनौती देते हुए राजस्थान ,मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ में काफी आगे चल रही है और सम्भावना यही है कि बीजेपी इन तीनो राज्यों में सरकार बना लेगी। कांग्रेस ने अपनी हार भी मान ली है। बीजेपी को उम्मीद से ज्यादा सफलता मिलती दिख रही है। लेकिन बीजेपी ने राजस्थान में जिन सात सांसदों को मैदान में उतारा था उनकी हालत क्या है इसे जानने की जरूरत है। क्या बीजेपी का यह दाव सफल रहा ?
राजस्थान के जो रुझान है उससे साफ़ हो गया है कि बीजेपी स्पष्ट बहुमत के साथ राजस्थान में सरकार बनाने जा रही है। लेकिन खबर लिखे जाने तक राजस्थान में राजस्थान में बीजेपी 114 सीट पर और कांग्रेस 70 पर आगे है। बीजेपी ने मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ की तरह राजस्थान में भी कई सांसदों को चुनावी मैदान में उतारकर बड़ा दांव खेला था। राजस्थान में उसने 7 सांसदों को टिकट दिया था। अब तक के रूझानों से बीजेपी की ‘सांसदों’ वाली रणनीति खास कारगर साबित होती नहीं दिख रही है।
बीजेपी ने सांसद राज्यवर्धन सिंह राठौड़ को झोटावाड़ा विधानसभा सीट से चुनाव मैदान में उतारा था। इसी तरह पार्टी ने दिया कुमारी को विद्याधर नगर, बाबा बालकनाथ को तिजारा, डॉ. किरोड़ी लाल मीणा को सवाई माधोपुर, भागीरथ चौधरी को किशनगढ़, देवजी पटेल को सांचोर और नरेंद्र कुमार खींचड़ को मंडावा सीट से प्रत्याशी बनाया था। आइए जानते हैं इन सांत सीटों पर ताल ठोक रहे बीजेपी सांसदों के चुनाव परिणाम का हाल।
बीजेपी ने सांसद राज्यवर्धन सिंह राठौड़ को जयपुर की झोटवाड़ा विधानसभा सीट से प्रत्याशी बनाया था। राठौड़ जयपुर ग्रामीण लोकसभा सीट से सांसद हैं। चुनाव परिणाम के अनुसार, राज्यवर्धन सिंह राठौड़ झोटवाड़ा से भारी मतों से चुनाव जीत गए हैं। उन्होंने कांग्रेस के अभिषेक चौधरी को हराया है।
इसी तरह बीजेपी ने सांसद दिया कुमारी को विद्याधर नगर सीट से प्रत्याशी बनाया था, जो राजसमंद सीट से सांसद हैं। दीया कुमारी ने 71368 वोटों से जीत दर्ज कर ली है। ये सीट भी जयपुर जिले में आती है। वे पहले भी सवाई माधोपुर से विधायक रह चुकी हैं। जयपुर की राजकुमारी दिया जयपुर के महाराजा सवाई सिंह और महारानी पद्मिनी देवी की बेटी हैं
राजस्थान विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने राज्य के अपने फायरब्रांड नेता बाबा को तिजारा विधानसभा सीट से प्रत्याशी बनाया था। ये राजस्थान के अलवर जिले की सीट है। बालकनाथ वर्तमान में अलवर लोकसभा सीट से सांसद हैं। वह नाथ संप्रदाय के आठवें प्रमुख महंत हैं और बाबा मस्त नाथ विश्वविद्यालय के चांसलर भी हैं। अब तक के रूझानों के मुताबिक वह 2594 वोटों से आगे चल रहे हैं।
बीजेपी राज्यसभा सांसद किरोड़ी लाल मीणा को सवाई माधोपुर सीट से विधानसभा का टिकट दिया था। अब तक के रुझानों में मीणा 17 हजार से अधिक वोटों से आगे चल रहे हैं। मीणा किसान छवि के नेता हैं और पूर्वी राजस्थान में उनकी पकड़ मजबूत है। किरोड़ी लाल मीणा बीजेपी के टिकट पर चुनाव लड़कर कई बार विधायक और सांसद बन चुके हैं। एक बार दौसा से निर्दलीय चुनाव लड़कर सांसद भी बन चुके हैं।
बीजेपी ने अजमेर लोकसभा सीट से सांसद भागीरथ चौधरी को किशनगढ़ सीट से प्रत्याशी बनाया था। ये विधानसभा सीट अजमेर जिले में आती है। वे फिलहाल 38 हजार वोटों से पिछड़कर तीसरे स्थान पर चल रहे हैं। राजस्थान 2013 विधानसभा चुनाव में वे किशनगढ़ सीट से विधायक भी रह चुके हैं।
राजस्थान की सांचोर विधानसभा सीट से बीजेपी भाजपा ने जालोर से सांसद देवजी पटेल को प्रत्याशी बनाया था। ये सीट जालोर जिले में आती है। वे 2009, 2014 और 2019 के लोकसभा चुनाव में लगातार जीते हैं। लेकिन इस सीट पर वे 54 हजार वोटों से पीछे चल रहे हैं और वे तीसरे नंबर पर हैं।
बीजेपी ने मंडावा सीट से नरेंद्र कुमार खीचड़ को विधानसभा चुनाव में प्रत्याशी बनाया था, जो झुंझुनूं लोकसभा सीट से सांसद हैं। मंडावा सीट प्रदेश के झुंझुनूं जिले में आती है। लेकिन वे कमाल करते दिखाई नहीं दे रहे हैं। फिलहाल वे 18 हजार वोट से पीछे चल रहे हैं।

