बीरेंद्र कुमार झा
उत्तर प्रदेश के कुख्यात गैंगस्टर अनिल दुजाना उर्फ अनिल नागर को एसटीएफ की टीम ने मुठभेड़ में मार गिराया है। यह जानकारी यूपी एसटीएफ के प्रमुख आईपीएस अमिताभ यश की तरफ से दी गई है। अनिल दुजाना ग्रेटर नोएडा के बादलपुर गांव का रहने वाला था। उस पर 62 से ज्यादा अपराधिक मामले दर्ज हैं।अनिल दुजाना के खिलाफ नोएडा,गाजियाबाद, और मुजफ्फरनगर समेत उत्तर प्रदेश के कई जिलों में हत्या,लूट, डकैती और फिरौती तथा उगाही जैसे संगीन मामलों में एफ आई आर दर्ज है। अनिल दुजाना की गिरफ्तारी पर उत्तर प्रदेश पुलिस ने 75 हजार का इनाम घोषित किया था।अब अनिल दुजाना को एसटीएफ ने मेरठ में मुठभेड़ में मार गिराया है ।
माफियाओं के लिस्ट में शामिल का अनिल दुजाना का नाम
प्राप्त जानकारी के अनुसार गौतमबुध नगर के 7 गैंग और इसके गैंगस्टर पर कार्रवाई करने के लिए कमिश्नरेट पुलिस ने की तैयारी कर रखी थी। इसमें अनिल दुजाना का नाम भी शामिल था। उत्तर प्रदेश सरकार की तरफ से माफिया के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान में राज्य भर के 66 माफियाओं की लिस्ट बनाई गई है।इस लिस्ट में गौतमबुध नगर के 7 माफिया शामिल थे।अब इस सूची में क्षेत्र के 6 गैंगस्टर बचे हैं।इस लिस्ट में सुंदर भाटी, अनिल दुजाना,रणदीप भाटी, सिंहराज भाटी, अनिल कसाना, अनिल भाटी और मनोज उर्फ आसे का नाम शामिल है।इसमें से आज अनिल दुजाना का अंत हो गया।
गैंगस्टर नरेश भाटी का करीबी और शूटर था अनिल दुजाना
नोएडा व ग्रेटर नोएडा में 90 के दशक में जो गैंगवार शुरू हुई थी इसमें से अधिकतर गैंगस्टर उन्हीं गैंगवार की उपज हैं।ये बदमाश स्क्रैप, सरिया,पार्किंग और ट्रांसपोर्ट से लेकर जमीन कब्जा करने के मामले में शामिल रहे हैं। और यही इनकी आर्थिक रीढ़ भी रही है।अनिल दुजाना गैंगस्टर नरेश भाटी का करीबी और शूटर था। नरेश भाटी की हत्या सुंदर भाटी ने करवाई थी। इसके बाद बदला लेने के लिए अनिल दुजाना ने सुंदर भाटी पर हमला किया था। यहीं से दोनों के बीच अदावत का ऐसा सिलसिला शुरू हुआ जिसमें कई बार गोलियां चली। फिलहाल अनिल दुजाना ही नरेश भाटी गैंग की कमान संभाल रहा था।