न्यूज डेस्क
उत्तर प्रदेश स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने गुरुवार को पश्चिमी उत्तर प्रदेश के खूंखार गैंगस्टर अनिल दुजाना को मेरठ में एनकाउटंर में मार गिराया। दुजाना पर 60 से अधिक केस दर्ज हैं। दिल्ली और उत्तर प्रदेश पुलिस लगातार इस कुख्यात अपराधी की तलाश कर रही थी। अनिल दुजाना गौतमबुद्ध नगर के ग्रेटर नोएडा का रहनेवाला था।
जानकारी के मुताबिक मेरठ में यूपी एसटीएफ और अनिल दुजाना गैंग के बीच सीधी मुठभेड़ हुई। जिसमें अनिल दुजाना ढेर हो गया है। अनिल दुजाना पिछले काफी समय से दिल्ली की तिहाड़ जेल में बंद था। कुछ समय पहले ही वह जमानत पर बाहर आया था।
यूपी एसटीएफ के साथ मुठभेड़ में गैंगस्टर अनिल दुजाना मारा गया। अधिक जानकारी की प्रतीक्षा है।
— ANI_HindiNews (@AHindinews) May 4, 2023
यूपी एसटीएफ को जानकारी मिली थीं कि जेल से छूटने के बाद भी अनिल दुजाना ने आपराधिक घटनाओं को अंजाम देना जारी रखा। रिहाई के बाद से ही उसने गौतमबुद्ध नगर में अपने खिलाफ गवाही दे रहे लोगों को धमकियां दी थीं। पुलिस ने बदमाश अनिल दुजाना के खिलाफ दो आपराधिक मामले दर्ज किए थे। और इन दोनों ही मामलों में उत्तर प्रदेश की पुलिस लंबे समय से उसकी तलाश कर रही थी।
गौरतलब है कि दिल्ली एनसीआर समेत हरियाणा और आसपास के जिलों में अनिल दुजाना पर 50 से ज्यादा मामले दर्ज थे। इसमें रंगदारी, लूट, हत्या और अपहरण के भी कई गंभीर मामले दर्ज हैं। दुजाना पर इनाम भी घोषित था।
दुजाना पर 18 मर्डर समेत रंगदारी, लूटपाट, जमीन पर कब्जा, कब्जा छुड़वाना और आर्म्स एक्ट समेत 62 केस दर्ज हैं । उस पर रासुका और गैंगस्टर एक्ट भी लग चुका है। गैंगस्टर सुंदर भाटी पर एके-47 से हमले का आरोपित है। पुलिस रिकॉर्ड में 2002 में गाजियाबाद के कवि नगर थाने में इसके खिलाफ हरबीर पहलवान की हत्या का पहला मुकदमा दर्ज हुआ।
अनिल दुजाना गौतमबुद्ध नगर, गाजियाबाद, दिल्ली-एनसीआर और हरियाणा में आतंक का पर्याय माना जाता था। अनिल दुजाना उत्तर प्रदेश के टॉप बदमाशों में शामिल था। बताया जा रहा है कि दुजाना साथियों के साथ मिलकर किसी बड़ी वारदात को अंजाम देने के लिए जा रहा था। इस सूचना पर आधारित एसटीएफ ने घेराबंदी कर ली थी। एसटीएफ के हवाले खबर दी है कि अनिल दुजाना को मेरठ में एक एनकाउंटर में मार गिराया गया है।