विकास कुमार
बिहार के जातिगत जनगणना के जारी होने की पूरे देश में चर्चा हो रही है। बिहार सरकार की जातिगत गणना की रिपोर्ट का समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भी समर्थन किया है। सपा मुखिया अखिलेश यादव ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा है कि अब ये निश्चित हो गया है कि पीडीए ही भविष्य की राजनीति की दिशा तय करेगा।
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने एक्स पर पोस्ट कर लिखा है कि बिहार जाति आधारित जनगणना प्रकाशित, ये है सामाजिक न्याय का गणितीय आधार। जातिगत जनगणना 85-15 के संघर्ष का नहीं बल्कि सहयोग का नया रास्ता खोलेगी और जो लोग प्रभुत्वकामी नहीं हैं बल्कि सबके हक़ के हिमायती हैं वो इसका समर्थन भी करते हैं और स्वागत भी,जो सच में अधिकार दिलवाना चाहते हैं वो जातिगत जनगणना करवाते हैं। भाजपा सरकार राजनीति छोड़े और देशव्यापी जातिगत जनगणना करवाए,जब लोगों को ये मालूम पड़ता है कि वो गिनती में कितने हैं तब उनके बीच एक आत्मविश्वास भी जागता है। और सामाजिक नाइंसाफी के खिलाफ एक सामाजिक चेतना भी, जिससे उनकी एकता बढ़ती है और वो एकजुट होकर अपनी तरक्की के रास्ते में आने वाली बाधाओं को भी दूर करते हैं। नए रास्ते बनाते हैं और सत्ताओं और समाज के परम्परागत ताकतवर लोगों द्वारा किए जा रहे अन्याय का खात्मा भी करते हैं। इससे समाज बराबरी के मार्ग पर चलता है और समेकित रूप से देश का विकास होता है। जातिगत जनगणना देश की तरक्की का रास्ता है। अब ये निश्चित हो गया है कि पिछड़ा दलित अल्पसंख्यक ही भविष्य की राजनीति की दिशा तय करेगा।
समाजवादी पार्टी लंबे अरसे से जातिगत जनगणना का समर्थन करती है,अब कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने जातिगत गणना की मांग का समर्थन कर रहे हैं। नीतीश कुमार ने जातिगत जनगणना को अभी देश का सबसे बड़ा मुद्दा बना दिया है।