बीरेंद्र कुमार झा
संसद की सुरक्षा में सेंध के मास्टरमाइंड माने जाने वाले दरभंगा के बहेड़ा थाना क्षेत्र के रामपुर उदय गांव के ललित झा के घर एक पोस्टर चिपकाया गया है इस पोस्टर ने एक नया विवाद का रूप ले लिया है। ललित झा के भाई हरि दर्शन झा उर्फ सोनू ने बताया कि बुधवार शाम करीब 4:00 बजे मुंबई व हरियाणा के दो अनजान व्यक्ति घर पर आए और कहा कि क्रांतिकारी ललित से मिलने के लिए हम लोग आपकी यात्रा का इंतजाम कर देंगे ललित ने कायरता का काम नहीं किया है। वह क्रांतिकारी योद्धा है दोनों कुछ देर तक रुके और उसे एक पोस्टर पर चिपका दिया।
पोस्टर में लगे थे संसद में सेंधमारी के सभी आरोपियों की तस्वीर
दो लोगों ने जो पोस्टर लगाए उसमें ललित झा, नीलम,मनोरंजन सागर ,अमोल शिंदे व महेश के फोटो समेत तमाम तरह की बातें लिखी है। पोस्टर में लिखा है कि हमें भूख, बेरोजगारी एवम महंगाई से आजादी चाहिए। पोस्ट में कल्पना इनामदार की तस्वीर और मोबाइल नंबर का भी जिक्र है।हालांकि थाना प्रभारी बी के बृजेश ने बताया कि इस संबंध में उन्हें कोई जानकारी नहीं है।
कल्पना इनामदार व बलबीर पहुंचे ललित झा के घर
इस घटना के बाद बुधवार को राष्ट्रीय लोक आंदोलन की कार्यकारी अध्यक्ष कल्पना इनामदार व बलवीर सिंह वहां पहुंचे।उन्होंने ललित के पिता- माता व भाई से मुलाकात कर मामले में सहयोग करने की बात कही। गौरतलब है की दो दिन पहले एटीएस के अधिकारियों ने ललित के माता-पिता और भाई से पूछताछ की थी। 1 घंटे की पूछताछ में ललित से जुड़े कई सवाल किए गए थे।साथ ही चल चल संपत्ति के बारे में पूछा गया था।
मेडिकल में दाखिले के लिए ललित ने मांगे थे 7 लाख रुपए
ललित के पिता ने पुलिस को बताया था कि ललित ने कुछ महीने पहले निजी मेडिकल कॉलेज में दाखिले के 7 लाख की मांग की थी और रजिस्ट्रेशन मिली तत्काल ₹3 लाख मांगे थे। तब उसके पिता ने आर्थिक स्थिति का हवाला देते हुए पैसा देने से मना कर दिया था।ललित के पिता ने बताया वे कोलकाता में पूजा पाठ कर किसी तरह परिवार का पेट पलते हैं। अब तक दो बार जांच एजेंसी की टीम ललित के परिजनों से पूछताछ कर चुकी है।वहीं अब घर पर पोस्टर लगाने वाले कौन थे, इस मामले की भी जांच तेज हो गई है।