न्यूज़ डेस्क
सामने लोकसभा चुनाव है और दो गठबंधनों के बीच वोट लूटने की होड़ लगी हुई है। केंद्र सरकार ने बिहार के दीघा तथा सोनपुर को जोड़ने के लिए गंगा नदी पर छह लेन के पुल के निर्माण को बुधवार को मंजूरी दी जिसके बनने से उत्तर तथा दक्षिण के बीच यातायात की सुविधा को बेहतर बनाया जा सकेगा।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में आज यहां हुई आर्थिक मामलों की मंत्रिमंडलीय समिति की बैठक में यह निर्णय लिया गया।
इस योजना से बिहार के लोगों को लाभ होगा। इस पल की मांग काफी समय से की जा रही थी। इस पल के बनाने के बाद उत्तर और दक्षिण बिहार के बीच यातायात की सुविधा पहले से ज्यादा बेहतर हो जाएगी। लेकिन केंद्र सरकार के इस फैसले के बाद यह चर्चा शुरू हो गई है कि आगामी लोकसभा चुनाव को देखते हुए केंद्र सरकार ने यह फैसला किया है। जाहिर है प्रदेश की जनता बीजेपी के सपोर्ट में खड़ी होगी।
बैठक के बाद सूचना प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने संवाददाता सम्मेलन में बताया कि इस पुल पर 3065 करोड़ रुपए की लागत आएगी और पुल का निर्माण 42 माह में पूरा किया जा सकेगा। पुल को इस तरह से एक्स्ट्रा केबल से तैयार किया जाएगा कि इसके नीचे गंगा नदी पर बड़े जहाजों की आवाजाही हो सकेगी।उन्होंने कहा कि इस पुल की लम्बाई 4.5 किलोमीटर होगी और यह छह लेन का होगा। इसके बनने से छपरा, मोतीहारी तथा बेतिया सहित कई जिलों में आवाजाही को आसान बनाया जा सकेगा। पुल का निर्माण साढे़ तीन साल में पूरा किया जा सकेगा।
केंद्रीय मंत्री ने बताया कि उनकी सरकार राष्ट्रीय राजमार्गों का निर्माण तेजी कर रही है और इसके लिए हर बजट की कमी नहीं होने दी जा रही है। उनका कहना था कि 2013-14 में राष्ट्रीय राजमार्गों के लिए बजट 31 हजार 130 करोड़ रुपए था जो अब कई गुना बढ़ाकर दो लाख 30 हजार करोड़ रुपए तक कर दिया गया है।
बता दें कि अभी दो दिन पहले ही आगामी चुनाव को देखते हुए नीतीश सरकार ने भी शिक्षकों को लेकर बड़ा फैसला किया है। सरकार ने यह फैसला किया है कि जो शिक्षक संविदा पर काम कर रहे थे अब उन्हें राज्य कर्मचारी बनाया जायेगा। सर्कार ने इस फैसले पर मुहर भी लगा दी है। सरकार के इस फैसले का लाभ प्रदेश के चार लाख संविदा शिक्षकों को मिलेगा।