न्यूज डेस्क
अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में भारतीय लोगों पर आत्मघाती हमले करवाने के आरोपी एजाज अहमद की मौत हो गयी है। कश्मीर में जन्मे जिहादी कमांडर एजाज अहमद इस्लामिक स्टेट के लिए काम करता था। भारतीय खुफिया एजेंसियों और परिवार के सदस्यों ने भी एजाज की मौत की पुष्टि की है। एजाज श्रीनगर का रहने वाला था और जनवरी में उसे गृह मंत्रालय ने आतंकी घोषित किया था। बताया जा रहा है कि तालिबान के कार्रवाई में इस आतंकी की मौत हुई है। भारत ने तालिबान से यह पूरा मामला उठाया था।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक एजाज की बहन फहमिदा शफी ने बताया है कि उसे अधिकारियों ने आतंकी के मारे जाने की सूचना दी है। फहमिदा ने कहा कि पुलिस ने उनके छोटे भाई को कुछ दिन पहले ही बुलाया था और यह सूचना दी थी। मैं नहीं जानती हूं कि यह सही है या नहीं लेकिन मैं तब से रो रही हूं। जम्मू कश्मीर पुलिस ने इस मौत पर कोई बयान नहीं दिया है। खुफिया सूत्रों ने बताया कि एजाज को संभवत: तालिबान ने आईएसआईएस के खिलाफ चलाए गए अभियान में मार गिराया है।
पाकिस्तान में मिली थी एजाज को आतंक की ट्रेनिंग
एजाज अफगानिस्तान में अपनी पत्नी के साथ कैद था, लेकिन तालिबान राज आने के बाद वह फरार हो गया। पाकिस्तानी सूत्रों ने बताया कि एजाज जिस घर पर कब्जा करके अफगानिस्तान में रहता था, वह अभी बंद है। एजाज बचपन में ही पीओके चला गया था और हरकत-उल- मुजाहिद्दीन में शामिल हो गया था। पाकिस्तान में उसे आतंकी ट्रेनिंग मिली। पिछले साल तालिबान के साथ हुई बैठक में भारतीय अधिकारियों ने तालिबान से कश्मीर आतंकी एजाज की अफगानिस्तान में सक्रियता का मुद्दा उठाया था। उसके बाद तालिबान सरकार ने ये कार्रवाई की है।