नई दिल्ली: भारतीय मूल की रचना सिंह ने कनाडा के ब्रिटिश कोलंबिया राज्य में पहली एशियाई मंत्री के तौर पर शपथ लेकर इतिहास रच दिया। रचना ने पंजाब यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएट किया है। कनाडा में भारत के लोग काफी संख्या में रहते हैं, खासकर के पंजाबी मूल के लोगों की संख्या सबसे अधिक है। इनमें से कई लोग वहां की राजनीति में भी शामिल हैं, हालांकि अभी तक किसी के पास बड़ा मंत्रालय नहीं था।
ट्वीट कर दी मंत्री बनने की जानकारी
रचना सिंह ने खुद यह जानकारी ट्वीट करते हुए बताया कि वह ब्रिटिश कोलंबिया की शिक्षा और चाइल्ड केयर मंत्री के रूप में सेवा करने के लिए चुने जाने पर सम्मानित महसूस कर रही हैं। इसके लिए उन्होंने अपनी सरकार और सहयोगियों को धन्यवाद दिया। इसके अलावा उन्होंने एक इंटरव्यू में बताया कि मुझे उस सरकार का हिस्सा होने पर गर्व है जो लोगों की सुनती है और उनकी सहायता करती है। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार ने 2017 से शिक्षा पर बहुत काम किए हैं और आने वाले समय में भी ऐसा करना जारी रखेगी। चूंकि मैं शिक्षकों के परिवार से हूं और इससे पहले में नस्लवाद विरोधी पर काम कर चुकी हूं, मेरे पास कामकाजी लोगों के बच्चों के अलावा विजिबल अल्पसंख्यक समुदायों से संबंधित लोगों की समस्याओं को अनुभव करने की समझ है।
I am honoured and humbled to serve as BC’s Minister of Education and Childcare.
Alongside @GraceALore, I look forward to building on the work of @JM_Whiteside and @KatrinaCBurnaby. Thank you Jennifer and Katerina for the incredible work you’ve done pic.twitter.com/EUWRrDkbWg
— Rachna Singh (@RachnaSinghNDP) December 8, 2022
माता-पिता और बहन पेशे से शिक्षक
रचना के पिता रघबीर सिंह और मां सुलेखा दोनों के अलावा बहन सिरजाना पेशे से शिक्षक हैं। इसलिए उनका विदेश में शिक्षा मंत्री बनना परिवार के लिए महत्वपूर्ण है। इससे पहले उन्होंने नस्लवाद विरोधी पहल के लिए संसदीय सचिव के रूप में ब्रिटिश कोलंबिया सरकार की सेवा की थी। 1 नवंबर को प्रांतीय विधानसभा में अपनी मूल पंजाबी भाषा में एक संक्षिप्त भाषण देने के बाद वह सुर्खियों में आ गईं। सिंह 2001 में अपने पति और ढाई साल के बेटे के साथ कनाडा चली गई थीं। वह घरेलू दुर्व्यवहार के पीड़ितों की मदद करने के लिए रेफरल एजेंट के रूप में सूचना सेवा वैंकूवर में शामिल हुईं।
राजनीतिक दल एनडीपी की सदस्य
रचना बाद में कनाडाई यूनियन ऑफ पब्लिक एम्प्लॉइज में शामिल हो गईं और वर्तमान में सत्तारूढ़ एनडीपी से जुड़ी एक सक्रिय ट्रेड यूनियनिस्ट और राजनीतिक कार्यकर्ता बन गईं। वह पहली बार 2017 में सरे-ग्रीनटिम्बर्स से विधायक चुनी गईं और अक्टूबर 2020 में फिर से चुनी गईं। उन्होंने एक ड्रग और अल्कोहल काउंसलर, घरेलू हिंसा का सामना करने वाली महिलाओं के लिए एक सहायक कार्यकर्ता और एक सामुदायिक कार्यकर्ता के रूप में काम किया है।