नई दिल्ली: मंगलवार को नेपाल की संसद में प्रधानमंत्री के लिए विश्वासमत पर वोटिंग हुई। पुष्प कमल दहल को 270 में से 268 वोट मिले। नेपाल की संसदीय इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है जब किसी प्रधानमंत्री को विभिन्न राजनीतिक दलों से इतना भारी समर्थन मिला है। प्रचंड 99 प्रतिशत समर्थन पाने वाले पहले देश के पहले प्रधानमंत्री हैं।
Nepal PM Prachanda wins vote of confidence in Parliament
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— ANI Digital (@ani_digital) January 10, 2023
गौरतलब है कि नेपाली सदन में फिलहाल 12 पार्टियां हैं, जिनमें से 10 ने प्रचंड का समर्थन किया है। इससे पहले प्रधानमंत्री पद की दावेदारी करते समय प्रचंड को केवल 168 सदस्यों का समर्थन प्राप्त था। सदन में सबसे बड़ी पार्टी नेपाली कांग्रेस सहित अन्य राजनीतिक दलों ने भी प्रचंड को समर्थन दिया है।
विश्वास मत हासिल करने के से पहले प्रधानमंत्री प्रचंड ने कहा था कि वह अस्वीकृति, अनादर और प्रतिशोध की राजनीति के बजाय आम सहमति, सहयोग और आपसी विश्वास की राजनीति को आगे बढ़ाना चाहते हैं।
उल्लेखनीय है कि नेपाल कम्युनिस्ट पार्टी-माओवादी 68 वर्षीय नेता पुष्प कमल दहल ने 26 दिसंबर को तीसरी बार प्रधानमंत्री के रूप में शपथ ली थी। उन्होंने नाटकीय रूप से नेपाली कांग्रेस के नेतृत्व वाले चुनाव पूर्व गठबंधन से बाहर निकलकर विपक्ष के नेता केपी शर्मा ओली से हाथ मिला लिया था।