अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की ओर से इंडोनेशिया की तरह भारत पर रेसिप्रोकल टैरिफ लगाने संबंधी बयान आने के बाद प्रधानमंत्री की आर्थिक सलाहकार परिषद (ईएसी-पीएम) और विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल का बड़ा बयान सामने आया है। ईसी-पीएम के चेयरमैन एस महेंद्र देव ने गुरुवार को कहा है कि भारत को राष्ट्रीय हित के मद्देनजर अपनी शर्तों पर अमेरिका के साथ ट्रेड डील पर बातचीत करनी चाहिए। वहीं, विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा कि ट्रेड डील पर दोनों पक्षों की बातचीत चल रही है। जब कोई बात अंतिम रूप ले लेगी, तो हम उस जानकारी को शेयर करेंगे।
भारत-अमेरिका ट्रेड डील पर संवाददाताओं से बातचीत करते हुए विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा कि यह एक ऐसा मामला है, जिस पर दोनों पक्षों के बीच चर्चा चल रही है।जब कोई बात अंतिम रूप ले लेगी,तो हम जानकारी साझा करेंगे।
प्रधानमंत्री की आर्थिक सलाहकार परिषद (ईएसी-पीएम) के चेयरमैन एस महेंद्र देव ने कहा है कि भारत को राष्ट्रीय हित के मद्देनजर अपनी शर्तों पर अमेरिका के साथ ट्रेड डील पर बातचीत करनी चाहिए।उन्होंने उम्मीद जताई की फ्री टेड एग्रीमेंट्स (एफटीए) पर हस्ताक्षर होने के बाद भारत को टैरिफ के मामले में दूसरे देशों की तुलना में बढ़त मिलेगी और इससे निर्यात को बढ़ावा मिलेगा।
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा है कि भारत के साथ प्रस्तावित ट्रेड डील उसी तर्ज पर होगा, जैसा अमेरिका ने मंगलवार को इंडोनेशिया के साथ किया है। अमेरिका-इंडोनेशिया ट्रेड डील के तहत दक्षिण पूर्व एशियाई देश अमेरिकी उत्पादों को अपने बाजार में पूरी पहुंच प्रदान करेगा, जबकि इंडोनेशियाई वस्तुओं पर अमेरिका में 19% टैरिफ लगेगा। इसके अलावा, इंडोनेशिया ने 15 अरब डॉलर की अमेरिकी ऊर्जा, 4.5 अरब डॉलर के अमेरिकी कृषि उत्पाद और 50 बोइंग जेट खरीदने की प्रतिबद्धता जताई है।
