नई दिल्ली: अमेरिकी रक्षा मुख्यालय (पेंटागन)की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि चीन ने अमेरिका को चेतावनी दी है कि वह पड़ोसी देश भारत के साथ उसके संबंधों में दखल न दे। अपनी नवीनतम रिपोर्ट में अमेरिकी रक्षा मंत्रालय ने कहा है कि चीनी अधिकारियों ने 2020 में गलवान घाटी संघर्ष की गंभीरता को कम करने की कोशिश की और जोर दिया कि चीनी मकसद सीमा पर स्थिरता कायम करना व भारत से उसके द्विपक्षीय संबंध के अन्य क्षेत्रों को गतिरोध से होने वाले नुकसान से बचाना है।
अमेरिकी कांग्रेस में पेश की गई रिपोर्ट
अमेरिकी रक्षा मंत्रालय के कांग्रेस (अमेरिकी संसद) में पेश इस रिपोर्ट में चीन की रणनीति उद्देश्य और क्षमताओं का विवरण है। पेंटागन ने कहा कि यह रिपोर्ट रक्षा मंत्रालय के सामने आने वाली चुनौतियों तथा देश की सेना के मौजूदा पाठ्यक्रम के आधिकारिक मूल्यांकन की जानकारी देती है।
पेंटागन की एक रिपोर्ट में हुआ खुलासा
पेंटागन ने सैन्य व सुरक्षा विकास शामिल शीर्षक से एक रिर्पोट में कहा कि पीपुल्स रिपब्लिक आफ चायना(पीआरसी)भारत को अमेरिका के साथ ज्यादा निकटता से भागीदार बनाने से रोकने के लिए सीमा तनाव को रोकना चाहती है। पीआरसी अधिकारियों ने चेताया कि अमेरिकी अफसर भारत के साथ हमारे रिश्तों में दखल न दे। पीआरसी भारत और अमेरिका को एक साथ आने देने से रोकना चाहती है। रिपोर्ट में कहा गया है कि 2020 की झड़प के बाद से, पीएलए ने लगातार बल की उपस्थिति बनाए रखी है और एलएसी के साथ बुनियादी ढांचे का निमार्ण जारी रखा है। भारत लगातार इसका विरोध करता रहा है।