नई दिल्ली: चीन के शिनजियांग में एक अपार्टमेंट में लगी आग में दस मौतों के बाद लॉकडाउन के खिलाफ शुरू हुआ देशव्यापी आंदोलन सोमवार को भी जारी रहा। देश में चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग की जीरों कोविड नीति के विरोध में कई जगह प्रदर्शन हुए। जबकि संक्रमण के नए मामले सोमवार को 39,452 पाये गये। इस बीच प्रदर्शनों को दबाने के लिए सोशल मीडिया पर सोमवार को सरकार ने कई सूचनाओं पर रोक लगा दी। यहां तक कि शंघ्ज्ञाई शहर में हुए प्रदर्शनों की रिपोर्टिंग के दौरान पुलिस ने एक पत्रकार एड लॉरेंस की पिटाई की और उसे गिरफ्तार कर लिया। बाद में दुनियाभर में निंदा के बाद उन्हें छोड़ा गया।
VIDEO: Protests in Shanghai as anger mounts over China’s zero-Covid policy.
Video taken by an eyewitness in Shanghai on Sunday shows angry crowds taking to the streets calling for an end to lockdowns, as China grapples with mounting public protests against its zero-Covid policy pic.twitter.com/dezRrAIoeA
— AFP News Agency (@AFP) November 28, 2022
छात्रों के साथ स्थानीय लोगों ने भी किया शी के खिलाफ प्रदर्शन
सोशल मीडिया पर सूचनांए फैलने से भड़के हजारों छात्र शंघाई में विश्वविद्यालय परिसर में जुटे। उनके साथ स्थानीय लोगों ने भी जिनपिंग और जीरो कोविड नीति के विरोध में उग्र प्रदर्शन किये। इसे कवर कर रहे पत्रकार एड लॉरेंस को पहले तो चीन प्रशासन ने रोका लेकिन जब वह नहीं माने तो उनकी पिटाई की गई और गिरफ्तार कर लिया। उनके हाथों में हथकड़ी पहनाई गयी ओर बदसुलूकी भी की गई।
अभिव्यक्ति की आजादी की मांग कर रहे प्रदर्शनकारी
उधर देश के मध्य शहर मे लियांगमाहे नदी के पास सोमवार की सुबह फिर से सैकड़ों लोग जुटे ओर मनमाने लॉकडाउन के खिलाफ कई घंटे तक प्रदर्शन किए। शिन्हुआ विश्वविद्यालय और नानजिंग में कम्यूनिकेशन यूनिवर्सिटी में भी छात्रों ने प्रदर्शन किया। विरोध प्रदर्शन चेंगदू, ग्वांग्झू ओर वुहान में भी फैल गया। प्रदर्शनकारियों के हाथों में अभिव्यक्ति की आजादी की मांग के बैनर थे। देशभर में भड़के विरोध प्रदर्शनों के बीच चीन सरकार की सबसे बड़े चिंता संक्रमण की बढ़ती रफ्तार है। चीन में सोमवार को संक्रमण के 39,452 नए मामले आए, जिनमें 36,304 स्थानीय मामलों में मरीजों में बीमारी के लक्षण नहीं देखे गए। बीजिंग में लगातार पांचवे दिन संक्रमण के चार हजार नए मामले सामने आये।
चोंगकिंग, चेंगदू समेत कई शहरों में फैली शी सरकार के खिलाफ प्रदर्शन
चीन में शी जिनपिंग की सरकार के खिलाफ सोमवार को चोंगकिंग, तियानजिन,शेनजेन और चेंगदू शहरों में भी प्रदर्शन देखने को मिले। हालांकि इन प्रदर्शनों को बलपूर्वक दबा दिया गया। सोशल मीरूिा पर भी सरकार विरोधी सामग्री को प्रतिबंधित कर दिया गया। जबकि शंघाई, बीजिंग, ग्वांग्झू समेत सौ से ज्यादा शहरों में लोगों का गुस्सा सोमवार को भी फूटा। एक तरफ कोरोना के बढ़ते मामले तो दूसरी तरफ जीरो कोविड नीति के तहत उन्हें जबरदस्ती घरों में कैद करने से नाराज है। हालांकि चीनी स्वास्थ्य आयोग ने हाल ही में जीरो कोविड नीति में हल्के फुल्के बदलाव जरूर किए हैं लेकिन लोग इससे संतुष्ट नहीं है।
पत्रकार से माफी मांगने से नही चलेगा काम
चीन में जारी प्रदर्शनों को कवर करने पर पत्रकार एड लॉरेंस की पिटाई को लेकर बीबीसी ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। उसने कहा कि हमारे पत्रकार पर न सिर्फ चीनी प्रशासन ने हमला कया बल्कि उन्हें लात मारी पिटाई की और दुर्व्यवहार कर गिरफ्तारी भी की। हालांकि चीन के स्थानीय अफसरों ने इस पर माफी मांगी लेकिन संस्था ने कहा कि सर्फ माफी से काम नहीं चलेगा। उधर ब्रिटिश पीएम ऋषि सुनक ने प्रदर्शन के खिलाफ हर स्तर पर चिंता जताई है,लेकिन कहा कि चीन से अन्य मुद्दों पर रचनात्मक रिश्ते जारी रहेंगे।