विकास कुमार
पाकिस्तान के बलूचिस्तान में चीनी इंजीनियरों पर आतंकी हमला होने से शी जीनपिंग आग बबूला हो गया है। बताया जा रहा है कि इस हमले में 4 चीनी नागरिकों सहित कई लोग मारे गए हैं। इस हमले की जिम्मेदारी बलूच लिबरेशन आर्मी यानी बीएलए ने ली है। बीएलए ने इस हमले को ‘ऑपरेशन जिर पहजाग’ नाम दिया है। बीएलए ने 90 दिनों के अंदर चीनी नागरिकों को यहां से चले जाने का अल्टीजमेटम भी दिया है। बीएलए ने धमकी दी है कि अगर चीनी नागरिक यहां से नहीं गए तो उन पर और भी हमले किए जाएंगे।
बीएलए के हमलावरों ने करीब 30 मिनट तक चीनी इंजीनियरों पर गोलियां बरसाईं। फायरिंग से पहले काफिले को रोकने के लिए हथगोले का इस्तेमाल किया गया। इस हमले के बाद बीएलए ने चीन को 90 दिनों के अंदर बलूचिस्तान खाली करने का दो टूक संदेश दिया है। बीएलए ने कहा है कि चीन ने बलूचिस्तान पर कब्जा कर लिया है। चीन के सीपीईसी जैसे प्रोजेक्ट्स का बलूचिस्ताकन के लोग विरोध करते हैं। बीएलए का कहना है कि चीन बलूच नागरिकों का शोषण कर रहा है।
चीन ने इस हमले की कड़ी निंदा की है और पाकिस्तानी पक्ष से अपराधियों को न्याय के दायरे में लाने को कहा है। कराची में चीनी महावाणिज्य दूतावास ने पाकिस्तानी पक्ष से सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए ठोस और प्रभावी कदम उठाने को भी कहा है।
बलूचिस्तान के लोग समुद्र में मछली मारकर अपना जीवन गुजर बसर करते हैं,लेकिन ग्वांदर बंदरगाह पर चीन के कब्जे के बाद बलूचिस्तान के लोगों के सामने रोजी रोटी का संकट छा गया है इसलिए वे चीनी मौजूदगी का खुलकर विरोध कर रहे हैं।