न्यूज डेस्क
कनाडा ने एक चीनी राजनयिक को निष्कासित कर दिया है। निष्कासित चीनी राजनयिक को पांच दिनों के भीतर कनाडा छोड़ने के लिए कहा गया है। उस पर बीजिंग की आलोचना करने वाले कनाडाई विधायक को डराने धमकाने का आरोप है। चीनी राजनायिक की पहचान झाओ वेई के रूप में हुई है। हालांकि चीन ने किसी भी राजनीतिक हस्तक्षेप का खंडन किया है और इन दावों को “विशुद्ध रूप से निराधार और मानहानिकारक” कहा बताया। माना जा रहा है कि कनाडा के इस फैसले के बाद दोनों देशों के बीच कूटनीतिक संबंध में खटास आना तय है जो कि पहले से ही खराब है।
ओटावा में चीनी राजदूत ने बयान जारी करते हुए कहा कि बीजिंग ने कभी भी कनाडा के आतंरिक मामलों में दखलअंदाजी नहीं की है। बयान में ये भी कहा गया है कि दूतावास ने चीनी सरकार से इस मामले की शिकायत की है। वहीं बयान में ये भी कहा गया है कि चीन इस मामले पर जवानी कार्रवाई करेगा। अगर कनाडा इस मामले में लापरवाही से काम करता है तो चीन भी चुप बैठने वालों में से नहीं है।
न्यूज एजेंसी एएफपी के मुताबिक सोमवार को एक बयान में विदेश मंत्री मेलानी जोली ने कहा कि ‘कनाडा सरकार ने टोरंटो स्थित एक राजनयिक झाओ वेई को ‘व्यक्ति गैर ग्रेटा’ घोषित किया है।’ विदेश मंत्री ने आगे कहा ‘हम अपने आंतरिक मामलों में किसी भी प्रकार के विदेशी हस्तक्षेप को बर्दाश्त नहीं करेंगे। हम अपने संकल्प पर दृढ़ हैं कि हमारे लिए लोकतंत्र की रक्षा करना अत्यंत महत्वपूर्ण है’।
मेलानी जॉली ने कहा था कि उनकी सरकार ने टोरंटो स्थित चीनी राजनयिक झाओ वेई को देश छोड़ने का आदेश दिया है। कनाडा में राजनयिकों को चेतावनी दी गई है कि अगर वे इस तरह का व्यवहार करते हैं तो उन्हें वापस उनके देश भेज दिया जाएगा।
कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो की सरकार पर इस महीने की शुरुआत में ग्लोब एंड मेल अखबार में प्रकाशित हुई एक रिपोर्ट के बाद कार्रवाई करने का दबाव था। रिपोर्ट में खुलासा किया गया था कि कनाडाई सुरक्षा खुफिया सेवा ने जांच में पाया है कि चीनी राजनयिक ने उइगर अल्पसंख्यकों के दमन की आलोचना के बाद कनाडा के विपक्षी नेता माइकल चोंग और चीन में उनके रिश्तेदारों को निशाना बनाया था। खुफिया सेवा के मुताबिक, चीन ने 2019 और 2021 में कनाडा के संघीय चुनावों के नतीजों को प्रभावित करने की कोशिश की थी। यह रिपोर्ट सामने आने के बाद से माइकल चोंग बार-बार झाओ के निष्कासन की मांग कर रहे थे। चीनी राजनयिक के निष्कासन के बाद सांसद माइकल चोंग के नेतृत्व में स्थानीय मीडिया ने खुलासा किया है कि चीन की खुफिया एजेंसी ने फरवरी 2021 में हांगकांग में चोंग और उसके रिश्तेदारों को लक्षित करने की योजना बनाई थी।