न्यूज डेस्क
अमेरिका और ब्रिटेन की सेनाओं ने एक संयुक्त सैन्य ऑपरेशन में ईरान समर्थित यमन में हूती विद्रोहियों के ठिकानों को निशाना बनाया है। इस साल जनवरी से यमन में यह उनका पांचवां साझा ऑपरेशन है। ब्रिटेन के रक्षा मंत्रालय ने इस बात की पुष्टि की है कि लाल सागर और अदन की खाड़ी में अंतरराष्ट्रीय जहाजों पर हूती हमलों के जवाब में गुरुवार को करीब 13 हूती ठिकानों पर हमले किए गए। मंत्रालय ने बताया कि खुफिया सूचना पर अल हुदायदा के पास दो स्थानों के बारे में पुष्टि की गई थी कि उनका इस्तेमाल जहाजों पर हमलों में किया गया था। इन इमारतों के बारे में बताया गया था कि वहां हमलों में इस्तेमाल किये गये ड्रोन के ग्राउंड कंट्रोल यूनिट हैं और लंबी दूरी तक जाने में सक्षम ड्रोन के स्टोरेज की सुविधा है।
जानकारी के मुताबिक, अमेरिका एवं ब्रिटेन के लड़ाकू विमानों और अमेरिकी जहाजों ने कई भूमिगत ठिकानों, मिसाइल दागने वाले स्थलों, हूती विद्रोहियों के कब्जे वाले स्थल, एक हूती जहाज और अन्य ठिकानों को निशाना बनाया। अमेरिका ने यमन के हूती नियंत्रित क्षेत्रों में आठ मानवरहित हवाई यान पर भी हमला किया, जो अमेरिकी और उसकी साथी सेनाओं के लिए खतरा माने जा रहे थे।
अमेरिका विद्रोहियों के ठिकानों को नष्ट करने के लिए लगभग रोजाना हमले कर रहा है, जिसमें जहाजों को निशाना बनाकर दागी जाने वाली मिसाइलों और ड्रोन हमले को रोकना भी शामिल है। हूती विद्रोहियों ने हाल के महीनों में लाल सागर और अदन की खाड़ी में वाणिज्यिक जहाजों पर हमले तेज किये हैं। विद्रोही इस्रइल से गाजा में युद्ध की समाप्ति की मांग कर रहे हैं, जिसमें 36 हजार से ज्यादा फलस्तीनी मारे गये हैं।