न्यूज डेस्क
गाजा के दक्षिणी शहर राफा के उत्तर में शुक्रवार को इजरायली बलों ने विस्थापित फलस्तीनियों के लिए राहत शिविरों पर गोलाबारी की, जिसमें करीब 25 लोग मारे गए और 50 अन्य घायल हो गए। वहीं, अल-अहली अस्पताल के आर्थोपेडिक प्रमुख फादेल नईम ने कहा कि यहां 30 लोगों के शव लाए गए थे, उन्होंने इस दिन को गाजा शहर के लिए क्रूर दिन बताया।
फिलिस्तीनी स्वास्थ्य मंत्रालय का कहना है कि राफा शहर के पश्चिम में अल-मवासी क्षेत्र में विस्थापित लोगों को आश्रय देने वाले टेंट पर इजरायली हमले में कम से कम 25 लोग मारे गए, 50 घायल हो गए। जिसे पहले इजरायल द्वारा मानवीय सुरक्षित इलाका घोषित किया गया था। मई के अंत में मावासी शिविर पर इजरायली हमले में 20 से अधिक लोग मारे गए थे।
इजरायली टैंक पश्चिमी राफा में और आगे बढ़ रहे हैं, जबकि युद्धक विमान और तोपखाने शहर पर हमला कर रहे हैं। जहां हमास द्वारा लगाए गए आईईडी द्वारा एक बख्तरबंद वाहन को नष्ट कर दिया गया था। गौरतलब है कि 7 अक्टूबर से गाजा पर इजरायल के युद्ध में कम से कम 37,431 लोग मारे गए हैं और 85,653 घायल हुए हैं। हमास के नेतृत्व वाले हमलों में इजरायल में मरने वालों की संख्या 1,139 है, और दर्जनों लोग अभी भी गाजा में बंदी हैं।
गाजा में अल-मवासी शरणार्थी शिविर पर हमले के गवाहों ने कहा कि इज़रायली टैंक शिविर पर गोलीबारी करने के लिए एक ‘पहाड़ी की चोटी पर चढ़ गए थे। लोगों ने बताया कि दो टैंक मवासी की निगरानी कर रहे एक पहाड़ी की चोटी पर चढ़ गए, और उन्होंने गोले बरसाए जो इलाके में विस्थापित गरीब लोगों के तंबुओं पर गिरे। इस हमले में कम से कम 25 लोग मारे गए और 50 घायल हो गए।
इस बीच संयुक्त राष्ट्र प्रमुख एंटोनियो गुटेरेस ने लेबनान के हिजबुल्ला और इजरायल की सेना के जंग के कगार पर पहुंचने पर कड़ी चेतावनी जारी की। उन्होंने कहा कि दुनिया लेबनान को दूसरा गाजा बनने का जोखिम नहीं उठा सकती है। संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने इजरायल की सेना और लेबनान के हिजबुल्ला लड़ाकों के बीच बढ़ते घातक सीमा संघर्षों पर चिंता जाहिर की। उन्होंने कहा कि संयुक्त राष्ट्र के शांति सैनिक स्थिति को शांत करने और गलत अनुमान को रोकने के लिए काम कर रहे हैं। क्योंकि दोनों पक्षों ने अपनी बयानबाजी तेज कर दी है और पूरी जंग की संभावना जताई है।