न्यूज डेस्क
सोशल मीडिया के इस दौर में इंटरनेट की स्पीड काफी मायने रखती है। भारत में भी इंटरनेट की स्पीड बढ़ रही है। रिलायंस जियो और एयरटेल की बदौलत 5जी रिलीज स्पीड पकड़ रहा है। भारत सरकार ने हाल ही में 5G लॉन्च की है। तेजी से इस टेक्नोलॉजी को भारत के चारो-तरफ फैलाया जा रहा है। भारत ने जनवरी के महीने में वैश्विक स्तर पर औसत मोबाइल स्पीड में 10 स्थानों की छलांग लगाई, जिसके बाद यह दिसंबर में 79वें स्थान से 69वें स्थान पर पहुंच गया। एक और जहां भारत में अभी 5जी ढंग से शुरू भी नहीं हो पाया है वहीं दक्षिण कोरिया 6G लॉन्च करने की तैयारी कर रहा है। आईसीटी मंत्रालय ने सोमवार को कहा कि दक्षिण कोरिया ने 2028 में छठी पीढ़ी की नेटवर्क सेवा शुरू करने की योजना बनाई है, जो कि उसके मूल कार्यक्रम से दो साल पहले होगी।
विज्ञान और आईसीटी मंत्रालय के अनुसार, दक्षिण कोरियाई सरकार के-नेटवर्क 2030 योजना के तहत विश्वस्तरीय 6जी तकनीकों को सुरक्षित करके, सॉफ्टवेयर-आधारित नेक्स्ट जेनेरेशन के मोबाइल नेटवर्क में इनोवेशन करके और नेटवर्क सप्लाई चेन को मजबूत करके 6जी नेटवर्क की बिजनेस सेवा के लॉन्च को दो साल आगे बढ़ाएगी। एक मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, सरकार स्थानीय कंपनियों को देश में 6जी टेक्नोलॉजी के लिए सामग्री, पुर्जे और उपकरण बनाने के लिए प्रोत्साहित करेगी और एक ओपन आरएएन या ओपन रेडियो एक्सेस नेटवर्क विकसित करेगी, जो किसी भी मोबाइल डिवाइस के अनुकूल हो और मोबाइल कैरियर और उद्यमों को सक्षम बनाता हो।
मंत्रालय ने कहा कि इस योजना के लिए 625.3 अरब वॉन (481.7 मिलियन डॉलर) की जरूरत पड़ेगी, जिसके लिए मूल 6जी टेक्नोलॉजी पर रिसर्च और विकास परियोजना के लिए अध्ययन किया जा रहा है। इस योजना का उद्देश्य वायरलेस संचार में उच्च गति और कम विलंबता की बढ़ती मांग को पूरा करने के लिए 5जी नेटवर्क की दौड़ के बाद भविष्य के नेटवर्क बुनियादी ढांचे के लिए वैश्विक प्रतिस्पर्धा में अग्रणी स्थिति बनाए रखने में मदद करना है।
जर्मन विश्लेषण फर्म आईप्लाटिक्स के अनुसार, दक्षिण कोरिया ने बड़ी संख्या में 5जी पेटेंट के साथ 5जी विकास का नेतृत्व किया है, जबकि पिछले 4जी टेक्नोलॉजी विकास में ज्यादातर अमेरिकी और यूरोपीय कंपनियों का वर्चस्व था। एशिया की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था ने पिछले साल 5जी पेटेंट की संख्या का 25.9 प्रतिशत हिस्सा लिया जो चीन के 26.8 प्रतिशत के करीब है। दक्षिण कोरियाई सरकार ने कहा कि वह आगामी 6जी नेटवर्क पेटेंट प्रतियोगिता में इस आंकड़े को 30 प्रतिशत या उससे अधिक तक बढ़ाएगी।