न्यूज डेस्क
ऑस्ट्रेलिया की महिला क्रिकेट टीम ने भारत को पहले एकदिवसीय मुकाबले में 6 विकेट से हरा दिया है। वानखेड़े स्टेडियम में तीन मैचों की सीरीज के पहले मुकाबले में टॉस जीतकर भारतीय महिला टीम की कप्तान हरमनप्रीत कौर ने बल्लेबाजी करने का फैसला किया था। जो उनपर भारी पड़ गया। भारत की ओर से यास्तिका भाटिया और शेफाली वर्मा ओपनिंग करने उतरी। यास्तिका ने 49 रनों की अच्छी पारी खेली। वहीं, शेफाली वर्मा 1 रन बनाकर ही आउट हो गई। ऋचा घोष के बल्ले भी सिर्फ 21 रन निकले। कप्तान हरमनप्रीत 9 रन बनाकर आउट हो गई। वहीं, जेमिमा रोड्रिक्स के बल्ले से बेहतरीन पारी देखने को मिली।
ऑस्ट्रेलिया ने लिचफील्ड (89 गेंद, आठ चौके, एक छक्का) और पैरी (72 गेंद, नौ चौके, दो छक्के) के बीच दूसरे विकेट के लिए 150 गेंद में 148 रन की बेहतरीन शतकीय साझेदारी के बाद मैकग्रा की 11 चौके जड़ित 55 गेंद की पारी से यह लक्ष्य 46.3 ओवर में चार विकेट पर 285 रन बनाकर हासिल किया। उसके लिए बेथ मूनी ने भी 42 रन का योगदान दिया।
लक्ष्य का पीछा करने उतरी ऑस्ट्रेलिया की शुरुआत अच्छी नही रही और उसने शुरुआती ओवर में ही एलिसा हीली का विकेट खो दिया। हालांकि, पेरी की आक्रामक शुरुआत और लीचफील्ड ने प्रभावशाली साझेदारी की नींव रखी। पेरी ने 72 गेंदों की तूफानी पारी में नौ चौके और दो छक्कों की मदद से शुरू से ही अपने इरादे जाहिर कर दिए। इस बीच, लीचफील्ड ने अपने 12वें वनडे और भारत में पदार्पण में 89 गेंदों पर आठ चौकों और एक छक्के से सजी पारी के साथ परिपक्वता का प्रदर्शन किया।
बाएं-दाएं जोड़ी की 148 रनों की साझेदारी ने ऑस्ट्रेलिया के लिए लक्ष्य निर्धारित कर दिया और पेरी के जाने के बाद भी बेथ मूनी और ताहलिया मैकग्राथ ने चुनौती की ओर कदम बढ़ाया। मैक्ग्रा ने पूर्णकालिक उप-कप्तान की भूमिका निभाते हुए नाबाद 68 रन बनाकर पारी को आगे बढ़ाया।पूजा वस्त्राकर को अच्छी सफलता मिली, मगर भारत के लिए यह बहुत देर हो चुकी, साबित हुई, क्योंकि ऑस्ट्रेलिया ने 6 विकेट बाकी रहते जीत हासिल कर ली।