मेलबर्न में खेले जा रहे चौथे टेस्ट का तीसरा दिन भारत के नाम रहा।भारत के दो ऑलराउंडर नीतीश कुमार रेड्डी और वॉशिंगटन सुंदर ने भारत को गेम में वापस ला दिया। नीतीश रेड्डी ने अपने करियर का पहला शतक जड़ा और सु्ंदर के साथ एक शानदार साझेदारी की। रेड्डी नंबर 8 और सुंदर नंबर 9 पर बल्लेबाजी करने आए और ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों की धज्जियां उड़ा दी। एक समय भारत पर फॉलोऑन का खतरा मंडरा रहा था, लेकिन दोनों खिलाड़ियों ने भारत को बचा लिया। हालांकि, भारत अब भी ऑस्ट्रेलिया से 116 रन पीछे है।दोनों ही टीमों के लिए वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में पहुंचने की उम्मीदें इस मैच के परिणाम पर टिकी हैं।
वर्तमान में दक्षिण अफ्रीका WTC फाइनल की दौड़ में नंबर वन पर है। उसके बाद ऑस्ट्रेलिया और भारत हैं। अगर भारत 3-1 से सीरीज जीतता है, तो वह अपने आप ही इस एलीट टूर्नामेंट के फाइनल के लिए क्वालीफाई कर लेगा। लेकिन अगर भारत मेलबर्न में चौथा टेस्ट हार जाता है या ड्रॉ कर देता है, तो भी वह WTC फाइनल के लिए क्वालीफाई कर सकता है। उस स्थिति में, रोहित शर्मा की टीम को दो टेस्ट सीरीज, दक्षिण अफ्रीका बनाम पाकिस्तान और श्रीलंका बनाम ऑस्ट्रेलिया के नतीजों पर निर्भर रहना होगा।
अगर भारत इस सीरीज को 2-1 से जीतता है तो उसे श्रीलंका बनाम ऑस्ट्रेलिया और दक्षिण अफ्रीका बनाम पाकिस्तान के परिणामों पर निर्भर रहना होगा।ऐसे में भारत को उम्मीद करनी होगी कि श्रीलंका और ऑस्ट्रेलिया का मैच ड्रॉ हो जाए या फिर पाकिस्तान दक्षिण अफ्रीका को हरा दे।अगर भारत इस सीरीज को 2-2 से ड्रॉ कर लेता है तो उसे उम्मीद करनी होगी कि श्रीलंका, ऑस्ट्रेलिया को हरा दे या पाकिस्तान दक्षिण अफ्रीका को सीरीज 2-0 से हरा दे।
इन सभी समीकरण के बाद अगर भारत यह सीरीज गंवा देता है तो वह फाइनल की दौड़ से पूरी तरह बाहर हो जाएगा। इसके बाद दूसरे टीमों का कोई भी परिणाम भारत को फाइनल में नहीं पहुंचा पाएगा। भारत को पूरा प्रयास करना होगा कि वह कम से कम इस सीरीज को 2-2 से ड्रॉ कर ले। ऐसी स्थिति में ही भारत के पास क्वालीफाई करने का कुछ चांस बचेगा।