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ऑस्ट्रेलिया के टी-20 टीम के कप्तान एरोन फिंच ने अंतराष्ट्रीय क्रिकेट के सभी फॉर्मेट से संन्यास लेने का ऐलान किया। फिंच टेस्ट और वनडे क्रिकेट से पहले ही संन्यास ले चुके थे और अब उन्होंने टी-20 से भी संन्यास की घोषणा कर दी। इसके साथ ही उनके 12 साल के क्रिकेट करियर का भी अंत हो गया है। फिंच ऑस्ट्रेलिया के सबसे सफल टी-20 कप्तान रहे हैं। उनकी कप्तानी में कंगारू टीम ने साल 2021 में पहली बार टी-20 वर्ल्ड कप अपने नाम किया था। एरोन फिंच ने ऑस्ट्रेलियाई टीम के लिए 76 टी-20 और 55 वनडे मैच में कप्तानी की है।
एरोन फिंच पिछले वर्ष सितंबर में 50 ओवर के प्रारूप से संन्यास की घोषणा की थी। फिंच ने ऑस्ट्रेलिया के लिए पांच टेस्ट मैच भी खेले हैं। फिंच ने बताया कि नए कप्तान और सलामी बल्लेबाज के लिए 2024 टी-20 विश्व कप के लिए पर्याप्त समय देना महत्वपूर्ण है। आईसीसी टूर्नामेंट जून में वेस्टइंडीज और अमरीका में होने वाला है। उन्होंने अपने परिवार, टीम के साथियों, क्रिकेट विक्टोरिया, क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया और ऑस्ट्रेलिया किक्रेट संघ का आभार व्यक्त किया। उन्होंने उन सभी प्रशंसकों को भी धन्यवाद दिया जिन्होंने उनके अंतरराष्ट्रीय करियर के दौरान उनका समर्थन किया था।
जनवरी 2011 में इंग्लैंड के खिलाफ टी-20 मैच के जरिए अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में डेब्यू करने के बाद से, फिंच ने 8,804 रन बनाए, जिसमें 17 वनडे शतक और दो टी-20 शतक शामिल हैं। साल 2020 में फिंच पुरुषों में टी-20 क्रिकेटर ऑफ द ईयर भी बने थे। उन्होंने 2018 में हरारे में जिम्बाब्वे के खिलाफ सिर्फ 76 गेंदों पर 172 रनों की पारी खेली थी और टी-20 में सबसे बड़े निजी स्कोर का रिकॉर्ड बनाया था। उनकी इस लाजवाब पारी में 10 छक्के और 16 चौके शामिल थे। वहीं, 2013 में उन्होंने इंग्लैंड के खिलाफ साउथेम्प्टन में 63 गेंदों में 156 रन बनाए थे। यह उस समय टी-20 की सबसे बड़ी पारी थी।