न्यूज़ डेस्क
मंगलवार को योगी मंत्रिमंडल का विस्तार हुआ और इस विस्तार में चार नए मंत्री बनाये गए। लेकिन अहम बात ये रही है कि आज के मंत्रिमंडल विस्तार के साथ ही रालोद भी एनडीए के साथ चला गया। चार मंत्रियों में दो बीजेपी कोटे के मंत्री बने एक सुभासपा अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर मंत्री बनाये गए और रालोद कोटे से अनिल कुमार मंत्री बनाये गए हैं। अनिल कुमार पुरकाजी से विधायक हैं।
मंत्रिमंडल विस्तार की बाते काफी समय से की जा रही थी और राजभर का बीजेपी पर दवाब भी बना हुआ था। हालांकि राजभर और रालोद की आगामी राजनीति बीजेपी के साथ क्या होगी यह देखने की बात होगी लेकिन फ़िलहाल यूपी एनडीए क कुनबा तो बढ़ ही गया है। हालांकि लोकसभा की सीटों के बंटवारे को लेकर खींचतान जारी है लेकिन बीजेपी को लग रहा है कि अंतिम समय में सब ठीक हो जायेगा।
योगी आदित्यनाथ ने 2022 में मुख्यमंत्री के रूप में अपने दूसरे कार्यकाल के लिए पदभार संभाला था। उनके नेतृत्व वाले वर्तमान मंत्रिमंडल में मुख्यमंत्री सहित 18 कैबिनेट मंत्री हैं तथा 14 राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) और 20 राज्य मंत्री हैं। मंत्रिपरिषद में फिलहाल अधिकतम 60 मंत्रियों की सीमा के भीतर 52 सदस्य हैं। राष्ट्रीय लोक दल के प्रमुख जयंत सिंह चौधरी ने शनिवार को दिल्ली में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे पी नड्डा से मुलाकात की थी और औपचारिक रूप से राजग में शामिल हो गए थे।
हाल तक विपक्षी दलों के समूह ‘इंडिया’ का हिस्सा रहे जयंत सिंह पिछले कुछ समय से बीजेपी के निकट होते दिख रहे थे और उनके पितामह पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह को केंद्र सरकार द्वारा ‘भारत रत्न’ दिये जाने के बाद यह करीबी बढ़ती गयी।
सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) प्रमुख ओम प्रकाश राजभर ने गृह मंत्री अमित शाह के साथ बैठक के बाद 16 जुलाई 2023 को राजग में अपनी वापसी की घोषणा की थी।
राजभर ने 2017 में बीजेपी के साथ मिलकर चुनाव लड़ा था लेकिन बाद में उनके रिश्ते खराब हो गये और वह योगी सरकार से इस्तीफा दे दिया था। राजभर ने 2022 में सपा के साथ मिलकर चुनाव लड़ा और पिछले वर्ष सपा से गठबंधन तोड़कर पुन: एनडीए का हिस्सा बन गये।
योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व वाली पहली सरकार में वन मंत्री रहे दारा सिंह चौहान ने 2022 के विधानसभा चुनाव से पहले मंत्री पद और बीजेपी से इस्तीफा देकर सपा का दामन थाम लिया और 2022 में वह मऊ जिले की घोसी से विधानसभा सदस्य चुने गये थे। बाद में वह सपा और विधानसभा सदस्यता से इस्तीफा देकर बीजेपी में लौट आये। घोसी उपचुनाव चौहान के इस्तीफे के कारण आवश्यक हो गया था .
सितंबर 2023 में दारा सिंह चौहान घोसी उपचुनाव में सपा के सुधाकर सिंह से 42,759 वोटों के अंतर से हार गए थे और इसके बाद बीजेपी ने उन्हें विधान परिषद का सदस्य बनाया। घोसी पहले वह मधुबन विधानसभा क्षेत्र से निर्वाचित हुए थे।