न्यूज़ डेस्क
चार महीने बाद लोकसभा चुनाव है और सभी राजनीतिक पार्टियां लोकसभा चुनाव को लेकर पूरी तरह से तैयारी में जुटी हुई है। एक तरफ बीजेपी के नेतृत्व में एनडीए गठबंधन की तैयारी है तो दूसरी तरफ इंडिया गठबंधन के साथ 28 पार्टियां मिलकर बीजेपी को चुनौती देने के फेर में है। लेकिन इसी बीच चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर की मुलाकात आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू से मुलाकात हुई है। यह मुलाकात शनिवार को हुई है।
इस मुलकात के बाद कई सवाल उठने लगे हैं। बड़ा सवाल तो यही है कि प्रशांत किशोर फिर चुनावी प्रासाहार में उतर सकते हैं ? क्या वे नायडू के लिए चुनावी रणनीति बनाएंगे ? बता दें कि प्रशांत किशोर इन दिनों बिहार में सूरज अभियान चला रहे है और इसके बैनर पर बिहार के समाज को महात्मा गाँधी का संदेश देकर एक नयी राजनीतिक विचारधारा को तैयार कर रहे हैं। उन्होंने पिछले दिनों यह भी कहा कि उनकी राजनीति कांग्रेस की विचारधारा से मेल खाती है और वे कांग्रेस के साथ काम भी कर सकते हैं। लेकिन अब इसके बारे में कांग्रेस को आगे बढ़ना है।
प्रशांत किशोर की नायडू से मुलाकात के बाद कई तरह के कयास लगाए जा रहे हैं। हालांकि उन्होंने खुद इस मुलाकात का खुलासा किया है और कयासों को बंद भी कर दिया है।उन्होंने कहा है कि आंध्र प्रदेश के पूर्व सीएम केवल एक ‘शिष्टाचार मुलाकात’ की गई है। वह बहुत लंबे समय से टीडीपी अध्यक्ष से मिलना चाहते थे और फाइनली मुलाकात हो गई।
गौरतलब है कि चंद्रबाबू नायडू के साथ प्रशांत किशोर की मुलाकात ने बाकी राजनीतिक दलों की टेंशन कुछ और बढ़ा दी है। सत्ताधारी पार्टी वाईएसआर कांग्रेस पार्टी को नेता इसकी आलोचना भी की है। साल 2024 के लोकसभा चुनाव के साथ के अलावा आंध्र प्रदेश में विधानसभा चुनाव भी होने हैं। इस बीच मीडिया से बातचीत में पीके का कहना था कि वह चंद्रबाबू नायडू से मिलने गए थे। यह एक शिष्टाचार मुलाकात थी, जिसे काफी समय से प्लान किया जा रहा था. वादे के तहत दोनों की मुलाकात हुई।
उधर ,चंद्रबाबू नायडू और प्रशांत किशोर की मुलाकात के बाद आईपैक ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर पोस्ट कर कहा कि जब तक जगन मोहन रेड्डी साल 2024 के लोकसभा चुनाव में फिर से प्रचंड जीत पाकर सरकार में नहीं आ जाते, तब तक वह वाईएसआर पार्टी के साथ काम करने के लिए समर्पित हैं। आईपैक एक साल से वाईएसआर कांग्रेस पार्टी के साथ काम कर रहा है और तब तक काम करेंगे जब तक वाईएस जगन मोहन रेड्डी आंध्र प्रदेश के लोगों के जीवन को बेहतर बनाने के लिए दोबारा जीत नहीं जाते।