न्यूज़ डेस्क
महिला पहलवानो को लेकर बदनाम हुए बीजेपी सांसद बृजभूषण शरण सिंह को बीजेपी ने अभी तक कैसरगंज से टिकट नहीं दिया है। सिंह इसी सीट से चुनाव जीतते आये हैं। सिंह के बारे में यह भी कहा जाता है कि गोंडा और उसके आसपास के तीन से चार सीटों पर दखल काफी मजबूत है और हर चुनाव में बीजेपी को आगे बढ़ाने में उनकी भूमिका अहम् रही है लेकिन इस बार बीजेपी बदनामी की वजह से सिंह को अभी तक टिकट नहीं दिया है।
बीजेपी को लग रहा है कि बृजभूषण सिंह को टिकट मिल गया तो विपक्ष को मुद्दा मिल जाएगा और फिर बीजेपी की मुश्किलें बढ़ सकती है। लेकिन बृजभूषण कैसरगंज से ही चुनाव लड़ना चाहते हैं और इससे कम पर वे सहमत भी नहीं है।
हालांकि बीजेपी ने अभी तक यूपी की 12 सीटों के लिए कोई उम्मीदवार अभी तक घोषित नहीं किया है। कैसरगंज भी इन्ही सीटों में शामिल है। बीजेपी चाह रही है कि बृजभूषण की जगह उनकी पत्नी या बेटे को चुनाव मैदान में उतारे। लेकिन सिंह को यह शर्त मंजूर नहीं है। वे खुद ही चुनाव लड़ने को तैयार है। सूत्रों का कहना है कि इन 12 सीटों के लिए उम्मीदवारों की सूची कैसरगंज के सांसद बृजभूषण शरण सिंह की वजह से उलझी हुई है।
माना जा रहा है कि भाजपा के शेष सभी उम्मीदवारों की सूची अब रामनवमी के बाद ही जारी होगी। भाजपा नेतृत्व शेष बची सभी 12 सीटों पर उम्मीदवारों की सूची एक साथ जारी करना चाहता है। पर, कैसरगंज सीट को लेकर पेच फंसा हुआ है।
इस सीट से सांसद बृजभूषण हर हाल में चुनाव लड़ने पर अड़े हैं। पर, महिला पहलवानों से हुए विवाद को देखते हुए पार्टी नेतृत्व उनके स्थान पर उनके परिवार के किसी सदस्य या उनके सुझाव पर किसी दूसरे को चुनाव लड़ाने को तैयार है। भाजपा नेतृत्व का मानना है कि बृजभूषण को टिकट दिया गया तो विपक्ष को बैठे-बिठाए एक मुद्दा मिल जाएगा।
सूत्रों के अनुसार बृजभूषण के हठ को देखते हुए भाजपा नेतृत्व अब एमपी-एमएलए कोर्ट दिल्ली के फैसले की प्रतीक्षा कर रहा है। बृजभूषण के एक मामले में अंतिम सुनवाई होने वाली है। संभव है कि इसी दिन फैसला भी आ जाए। इसलिए नेतृत्व ने तय किया है कि कोर्ट का फैसला आने के बाद ही सभी 12 सीटों के उम्मीदवारों की सूची जारी की जाएगी।
सूत्रों के अनुसार भाजपा नेतृत्व ने बृजभूषण की पत्नी या बेटे प्रतीक भूषण में किसी एक को टिकट देने का प्रस्ताव दिया है। फिलहाल बृजभूषण इसके लिए तैयार नहीं हैं और उन्होंने प्रस्ताव ठुकरा दिया है। जिन सीटों पर उम्मीदवार घोषित होने हैं, उनमें मैनपुरी, रायबरेली, गाजीपुर, बलिया, भदोही, मछलीशहर, प्रयागराज, फूलपुर, कौशांबी, देवरिया, फिरोजाबाद और कैसरगंज शामिल हैं।