न्यूज़ डेस्क
लोकसभा चुनाव का पांचवा चरण समाप्त हो गया है और अब छठे चरण की तैयारी है। छठे चरण में दिल्ली की सात सीटों पर भी चुनाव होना है। दिल्ली में जीत हासिल करने के लिए इंडिया गठबंधन के नेता जहाँ घर -घर पहुंचकर जनता से जीत दिलाने की अपील कर रहे हैं वही बीजेपी और एनडीए गठबंधन के लोग मोदी के नाम पर वोट मांग रहे हैं और विकसित भारत का सपना दिखा रहे हैं।
चुनाव प्रचार के इसी क्रम में आम आदमी पार्टी की नेता आतिशी ने कहा कि चार जून के बाद जब इंडिया समूह की सरकार बनेगी तो इलेक्टोरल बॉन्ड की जांच होगी जिसमें न सिर्फ भाजपा के नेता जेल में जाएंगे बल्कि प्रवर्तन निदेशालय (ईडी), केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई), आयकर विभाग (इनकम टैक्स विभाग) के अफसर भी जेल जाएंगे।
कैबिनेट मंत्री आतिशी ने मंगलवार को कहा कि आज दिल्ली उच्च न्यायालय ने मनीष सिसोदिया की जमानत की अर्जी को खारिज किया है। हम हाईकोर्ट का सम्मान करते हैं, लेकिन हाईकोर्ट के फैसले से सम्मानपूर्वक असहमत हैं क्योंकि यह तथाकथित शराब घोटाला भाजपा का आम आदमी पार्टी पर हमला करने और उसे कुचलने का एक राजनैतिक षड़यंत्र है। जब भाजपा दिल्ली और पंजाब में चुनावी मैदान में आम आदमी पार्टी को हराने में अक्षम हो गई तो ईडी-सीबीआई के माध्यम से इस षड़यंत्र को रचा गया। यह पूरी तरह एक राजनैतिक षड़यंत्र है।
उन्होंने कहा कि भारत ही नहीं, बल्कि पूरी दुनिया के इतिहास में आजतक कोई ऐसा घोटाला नहीं हुआ होगा, जिसमें एक रुपए भी नहीं मिला। इसके बाद भी आम आदमी पार्टी के नेताओं पर झूठे आरोपों पर उनको जेल भेजा जा रहा है। यह राजनैतिक षड़यंत्र है, जो इस बात से पता चलता है कि यह पूरा केस केवल आरोपियों से दबाव में लिए गए बयानों के आधार पर बना हुआ है। हमने देखा कि किस तरह से आरोपियों पर दबाव बनाया जाता है। जब तक कि आरोपी आम आदमी पार्टी के नेताओं के खिलाफ बयान नहीं दे देते हैं, तब तक उनको मारा-पीटा जाता है।
सुश्री आतिशी ने कहा कि पीएमएलए एक ऐसा कानून है, जिसमें जमानत मिलना लगभग असंभव है और इसीलिए भाजपा पीएमएलए और ईडी को एक राजनैतिक हथियार के तौर पर इस्तेमाल कर रही है, विपक्ष पर हमला करने के लिए इस्तेमाल कर रही है।
भाजपा से कहना है कि अब आपका अंत करीब आ गया है। अब देश की जनता ने अपना मन बनाया लिया है और अपने वोट की ताकत से भाजपा की सरकार को बाहर करने वाली है। 4 जून तक भाजपा को जितने षड़यंत्र रचने हैं, रच ले, क्योंकि उसके बाद देश के सबसे बड़े घोटाले की जांच होगी। चार जून के बाद जब इंडिया समूह की सरकार बनेगी तो इलेक्टोरल बॉन्ड की जांच होगी। इसमें न सिर्फ भाजपा के नेता जेल में जाएंगे, बल्कि ईडी, सीबीआई, इनकम टैक्स विभाग के अफसर भी जेल जाएंगे। क्योंकि वो भी इस घोटाले में शामिल हैं।