न्यूज़ डेस्क
चुनावी बांड की कहानी सामने आने के बाद अब देश के चुनाव आयोग ने लोकसभा चुनाव के साथ ही चार राज्यों के विधान सभा चुनाव और 13 राज्यों की 26 सीटों के लिए उपचुनाव की घोषणा कर दी है। इस चुनावी घोषणा के बाद जहाँ आज से ही आचार संहिता लागू हो गई वही कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि ये आम चुनाव लोकतंत्र और संविधान को तानाशाही से बचाने का शायद आखिरी मौक़ा होगा।
उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव भारत के लिए न्याय का द्वार खोलेगा।सोशल मीडिया एक्स पर अपने एक पोस्ट में कांग्रेस अध्यक्ष ने लिखा, “2024 लोकसभा चुनाव भारत के लिए ‘न्याय का द्वार’ खोलेगा। लोकतंत्र एवं संविधान को तानाशाही से बचाने का शायद ये आख़री मौक़ा होगा। ‘हम भारत के लोग’ साथ मिलकर नफ़रत, लूट, बेरोज़गारी, महँगाई व अत्याचार के ख़िलाफ़ लड़ेंगे।”
उधर, चुनाव के तारीखों के ऐलान के बाद कांग्रेस के मीडिया विभाग के प्रमुख पवन खेड़ा ने कहा कि पार्टी इस चुनावी मुकाबले के लिए तैयार है तथा यह चुनाव आम नहीं, बल्कि खास है क्योंकि इसमें देश के लोकतंत्र के भविष्य का फैसला होगा।
पवन खेड़ा ने कहा, ‘‘चुनाव आयोग ने घोषणा कर दी है। यह चुनाव आम नहीं है। यह चुनाव फैसला करेगा कि यह देश और लोकतंत्र मजदूर किसान के कंधों पर चलेगा या कुछ उद्योगपतियों के कंधों पर चलेगा।’’
उन्होंने कहा, ‘‘इस चुनाव से तय होगा कि देश बाबासाहेब के संविधान पर चलेगा या एक तानाशाह के गुणगान पर चलेगा। इसलिए यह एक आम चुनाव नहीं, खास चुनाव है।’’
उन्होंने कांग्रेस की पांच ‘न्याय गारंटी’ का उल्लेख करते हुए कहा कि देश के युवाओं, किसानों और अन्य वर्गों को विश्वास है कि कांग्रेस ने जो वादा किया है उन्हें वह पूरा करेगी।
निर्वाचन आयोग ने शनिवार को लोकसभा चुनाव 2024 के तारीखों की घोषणा कर दी। इस बार चुनाव 19 अप्रैल से एक जून के बीच सात चरणों में होंगे और मतगणना चार जून को होगी।मुख्य निर्वाचन आयुक्त राजीव कुमार ने यहां संवाददाता सम्मेलन में बताया कि 18वीं लोकसभा के गठन के लिए चुनाव कार्यक्रम घोषित होने के साथ ही देश में आचार संहिता तत्काल प्रभाव से लागू हो गई है।