न्यूज़ डेस्क
झारखंड में महागठबन्धन की सरकार तो फिर बन गई है और चम्पई सोरेन के नेतृत्व में सरकार आगे चलेगी भी। लेकिन सीएम चम्पई के नेतृत्व में यह सरकार किडनी मजबूती से आगे बढ़ेगी और बीजेपी कब तक इस सरकार को चलने देगी इसके बारे में अभी कुछ कहा नहीं ज सकता। बीजेपी की नजर आज बी ही झारखंड सरकार को गिराने पर टिकी है।
जानकारी के मुताबि दिल्ली से कोई दर्जन भर लोग जो बीजेपी के साथ है वे झारखंड में डेरा जमाये बैठे हैं। जानकारी मिल रही है कि दिल्ली से गए ये बीजेपी के झामुमो से भी सम्बन्ध रखते हैं और काम करते हैं बीजेपी के लिए। एक -एक बात की जानकारी ये सभी बीजेपी हाई कमान तक पहुंचा रहे हैं।
झारखंड के नए मुख्यमंत्री चंपई सोरेन ने शपथ ग्रहण के बाद कहा कि हेमंत सोरेन के नेतृत्व में गठबंधन सरकार ने यहां के आदिवासियों-मूलवासियों के लिए जो काम शुरू किया था, उसे गति देंगे। चंपई सोरेन के नेतृत्व में नई सरकार के गठन के ठीक बाद सत्तारूढ़ गठबंधन के 40 विधायक करीब एक बजे चार्टर्ड प्लेन से हैदराबाद पहुंच गए है। जिस वक्त नई सरकार का शपथ ग्रहण चल रहा था, उसी वक्त सत्तारूढ़ गठबंधन के विधायक बसों पर सवार होकर रांची एयरपोर्ट पहुंचे।
ये सभी विधायक विधानसभा में फ्लोर टेस्ट के ठीक पहले वापस आएंगे। एयरपोर्ट पहुंचे विधायकों ने मीडिया से बातचीत में कहा कि राज्य को संवैधानिक संकट से बचाने के लिए हमने एक साथ एक जगह सुरक्षित जगह पर रहने का निर्णय लिया है।
मीडिया में चल रही खबरों के अनुसार, फ्लोर टेस्ट के लिए 5 फरवरी की तारीख तय हुई है। गठबंधन के नेताओं का कहना है कि विधायकों ने एकजुटता प्रदर्शित-साबित करने के लिए एक साथ हैदराबाद जाने का फैसला किया है। ये सभी विधायक पिछले चार दिनों से रांची के सर्किट हाउस में टिके थे।
विधायकों को गुरुवार रात को ही हैदराबाद जाना था। वे सभी चार्टर्ड प्लेन में सवार भी हो गए थे, लेकिन खराब मौसम की वजह से एटीसी का क्लीयरेंस नहीं मिला और उड़ान रद्द करनी पड़ी। रणनीति यह है कि तेलंगाना में कांग्रेस की सरकार है, इसलिए विधायक वहां सुरक्षित रहेंगे।