कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शशि थरूर ने विदेश जाने वाले सात प्रतिनिधिमंडलों में से एक का नेतृत्व करने की जिम्मेदारी मिलने के बाद रिएक्शन दिया है।उन्होंने कहा है कि जब राष्ट्रीय हित की बात होगी तो वह सेवा के लिए हमेशा उपलब्ध रहेंगे।लोकसभा सदस्य थरूर ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म ‘एक्स’ पर लिखा कि हाल की घटनाओं पर हमारे देश का दृष्टिकोण प्रस्तुत करने के लिए पांच प्रमुख देशों की राजधानियों में एक सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व करने के लिए भारत सरकार के निमंत्रण से मैं सम्मानित महसूस कर रहा हूं। उन्होंने कहा कि जब राष्ट्रीय हित की बात हो और मेरी सेवाओं की आवश्यकता हो तो मैं उपलब्ध रहूंगा। जय हिंद।
कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर लिखा कि संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने कांग्रेस अध्यक्ष और लोकसभा में विपक्ष के नेता से बात की।कांग्रेस से पाकिस्तान से आतंकवाद पर भारत के रुख को स्पष्ट करने के लिए विदेश भेजे जाने वाले प्रतिनिधिमंडलों के लिए 4 सांसदों के नाम प्रस्तुत करने को कहा गया। 16 मई को दोपहर तक लोकसभा में विपक्ष के नेता ने संसदीय कार्य मंत्री को कांग्रेस की ओर से निम्नलिखित नाम देते हुए पत्र लिखा।
1. श्री आनंद शर्मा, पूर्व केंद्रीय कैबिनेट मंत्री
2. श्री गौरव गोगोई, उपनेता, कांग्रेस लोकसभा
3. डॉ. सैयद नसीर हुसैन, सांसद, राज्यसभा
4. श्री राजा बरार, सांसद, लोकसभा
सरकार इस महीने के अंत में सात सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के सदस्यों समेत प्रमुख साझेदार देशों में भेजेगी।ऐसा इसलिए ताकि पहलगाम आतंकवादी हमले और ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद आतंकवाद को कतई बर्दाश्त नहीं करने के भारत के संदेश को लोगों तक पहुंचाया जा सके।बीजेपी सांसद रविशंकर प्रसाद और बैजयंत पांडा, कांग्रेस सांसद शशि थरूर, जनता दल यूनाइटेड (जदयू) के सांसद संजय झा, द्रविड़ मुन्नेत्र कषगम (द्रमुक) की कनिमोई, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरदचंद्र पवार) की सांसद सुप्रिया सुले और शिवसेना के श्रीकांत शिंदे सात अलग-अलग प्रतिनिधिमंडलों का नेतृत्व करेंगे।इनमें से चार नेता सत्तारूढ़ राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन से हैं, जबकि तीन विपक्षी ‘इंडिया’ गठबंधन से हैं।