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विष्णु देव साय होंगे छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री, बीजेपी ने आदिवासी नेता पर जताया भरोसा

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बीरेंद्र कुमार झा

3 दिसंबर को चुनाव परिणाम आने के बाद बीजेपी को छत्तीसगढ़ ,राजस्थान और मध्य प्रदेश में सरकार बनाने का जनादेश मिला।l लेकिन जनादेश मिलने के 7 दिनों तक बीजेपी इसी उहापोह की स्थिति में रही की कहां किसे मुख्यमंत्री बनाया जाए।छत्तीसगढ़ में तो फिर भी विवाद काफी कम था लेकिन मध्य प्रदेश में शिवराज सिंह चौहान राजनीतिक दांव चलकर मुख्यमंत्री की कुर्सी हथियाने का प्रयास कर रहे थे ,तो राजस्थान में वसुंधरा राजे लगभग बगावती मोड में ही आ गई थी।हालांकि अब इस सब पर विराम लगना प्रारंभ हो गया है और बीजेपी एक-एक कर अपने इन तीन राज्यों में मुख्यमंत्री का पत्ता खोलने लगी है। इसी क्रम में आज रविवार को छत्तीसगढ़ के नए मुख्यमंत्री का नाम फाइनल हो गया।बीजेपी ने यहां पर मुख्यमंत्री के तौर पर तमाम अटकलों पर विराम लगाते हुए आदिवासी नेता विष्णु देव साय के नाम पर मुहर लगा दिया है।आज पर्यवेक्षकों की उपस्थिति में पार्टी के नवनिर्वाचित विधायकों के दल ने विष्णु देव साय को अपना नेता चुना।इस दौरान छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह ने साय के नाम का प्रस्ताव किया और प्रदेश अध्यक्ष अरुण शाह और वरिष्ठ नेता बृजमोहन अग्रवाल ने उनका समर्थन किया।गौरतलब है कि इनमें कई नेता भी मुख्यमंत्री की दौड़ में शामिल थे।

अर्जुन मुंडा की अध्यक्षता से अंदेशा था आदिवासी मुख्यमंत्री चुने जाने का

छत्तीसगढ़ के लिए भारतीय जनता पार्टी ने पर्यवेक्षकों की जिस टीम को चुना था इसकी अध्यक्षता अर्जुन मुंडा कर रहे थे। अर्जुन मुंडा के आदिवासी होने के कारण इस बात का अंदेशा लगने लगा था की छत्तीसगढ़ का अगला मुख्यमंत्री कोई आदिवासी ही होगा। वैसे भी भारतीय जनता पार्टी की तरफ से यहां मुख्य रूप से आदिवासी चेहरा सामने लाने की बात ही कहीं जा रही थी। हालांकि चर्चा में रमन सिंह जैसे 4 साल तक मुख्यमंत्री का पद संभालने वाले चेहरे भी सामने थे। अर्जुन मुंडा के नेतृत्व में केंद्रीय मंत्री सर्बानंद सोनोवाल और दुष्यंत गौतम जैसे पर्यवेक्षकों के साथ बीजेपी विधायक दल की बैठक में छत्तीसगढ़ के बीजेपी प्रभारी ओम माथुर ,केंद्रीय मंत्री मनसुख मंडविया और राज्य के सह प्रभारी नितिन नवीन भी बैठक में मौजुद थे। सुबह लगभग 9 बजे से शुरू हुई गहमागहमी वाले इस बैठक के बाद लगभग 12 बाजी विष्णुदेव साय के नाम पर सहमति बनी।इसके बाद छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह ने साय के नाम का प्रस्ताव किया और प्रदेश अध्यक्ष अरुण शाह और वरिष्ठ नेता बृजमोहन अग्रवाल ने इसका समर्थन किया। इस नाम के चयन होते ही इस पर केंद्रीय नेतृत्व की स्वीकृति ली गई और इसके बाद यह घोषणा कर दी गई कि छत्तीसगढ़ के अगले मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ही होंगे।

छत्तीसगढ़ की भाजपा सरकार में हो सकते हैं उप मुख्यमंत्री

बीजेपी के वरिष्ठ नेता रमन सिंह ने छत्तीसगढ़ में 1 उपमुख्यमंत्री होने की भी बात कही है। उन्होंने कहा कि बीजेपी के इस नई सरकार में एक उपमुख्यमंत्री हो सकता है। हालांकि रमन सिंह ने यह स्पष्ट नहीं किया कि उपमुख्यमंत्री की घोषणा कब होगी ।पार्टी पर्यवेक्षक भी इस सवाल से बचते रहे।

लंबा अनुभव रहा है विष्णु देव साय का

विष्णु देव साय दो बार छत्तीसगढ़ के बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष रहे हैं। इसके अलावा वे चार बार सांसद और दो बार विधायक के अलावा एक बार केंद्रीय मंत्रिमंडल में भी शामिल रहे हैं। यानि कुल मिलाकर देखा जाए तो विष्णु देव साय के पास एक लंबा राजनीतिक और प्रशासनिक अनुभव भी है जो छत्तीसगढ़ को विकास की दिशा में ले जाने में सफल होगा।

2024 के लोकसभा चुनाव में आदिवासी वोटरों को लुभाने में होंगे सहायक

भारतीय जनता पार्टी को न सिर्फ छत्तीसगढ़ में बल्कि मध्य प्रदेश और राजस्थान में भी आदिवासियों का बड़ा वोट मिला है। ऐसे में 2024 के लोकसभा चुनाव को देखते हुए भी बीजेपी ने छत्तीसगढ़ में आदिवासी चेहरा को मुख्यमंत्री के लिए चुना है ताकि 2024 के चुनाव में आदिवासी वितरण को बीजेपी के पक्ष में करने में मदद मिल सके।

 

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