न्यूज़ डेस्क
अंतिम चुनाव से पहले पश्चिम बंगाल के यादवपुर लोकसभा क्षेत्र से हिंसा की खबर आ रही है। जादवपुर लोकसभा क्षेत्र के भांगर इलाके में शुक्रवार को लोकसभा चुनाव के अंतिम चरण के मतदान से एक दिन पहले टीएमसी और एआईएसएफ कार्यकर्ताओं के बीच हिंसा भड़क उठी।
इस हिंसा में करीब दस लोगों के घायल होने की खबर है। जादवपुर में शनिवार को लोकसभा चुनाव के सातवें और अंतिम चरण में मतदान होना है।
जानकारी भांगर में शुक्रवार सुबह से ही स्थानीय तृणमूल कांग्रेस और ऑल इंडिया सेक्युलर फ्रंट के कार्यकर्ताओं के बीच झड़प की खबरें आ रही हैं। दोनों समूहों ने एक-दूसरे पर कई देसी बम फेंके हैं। स्थानीय पुलिस सूत्रों ने बताया कि झड़प में दस लोग घायल हुए हैं। पुलिस ने बताया कि गुरुवार सुबह के तनाव के बाद से वहां हिंसा हुई है।
बता दें कि बुधवार दोपहर जादवपुर से तृणमूल कांग्रेस की उम्मीदवार सायोनी घोष के समर्थन में आयोजित रोड शो में हिस्सा लेने से इनकार करने पर सत्तारूढ़ पार्टी के कार्यकर्ताओं ने गुरुवार सुबह एआईएसएफ के एक कार्यकर्ता की बुरी तरह पिटाई कर दी थी।
एआईएसएफ कार्यकर्ताओं ने जवाबी कार्रवाई की और तृणमूल कांग्रेस के एक स्थानीय नेता को बुरी तरह पीट दिया। इसके बाद से ही भांगर में तनाव पैदा हो गया और दोनों समूहों के बीच झड़पें हो रही हैं।
भांगर में जारी हिंसा के बीच भारतीय निर्वाचन आयोग ने कैनिंग-पुरबा विधानसभा क्षेत्र से तृणमूल कांग्रेस के विधायक शौकत मोल्ला की वोटिंग के दिन आवाजाही पर प्रतिबंध लगाने का फैसला किया है।
आयोग के आदेश के अनुसार, शौकत मोल्ला शनिवार को पूरे दिन अपने निर्वाचन क्षेत्र कैनिंग-पुरबा से बाहर नहीं निकल पाएंगे। जबकि, मोल्ला ने भांगर में जारी तनाव के लिए एआईएसएफ कार्यकर्ताओं को जिम्मेदार ठहराया है .उनका कहना है कि भांगर से एआईएसएफ विधायक नौशाद सिद्दीकी इस पूरे तनाव के लिए जिम्मेदार हैं। उन्हें गिरफ्तार किया जाना चाहिए।