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मणिपुर में सितंबर महीने की शुरुआत से ही हिंसा का दौर जारी ,बीती रात पांच लोगों की मौत !

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न्यूज़ डेस्क
 मणिपुर फिर से जलने लगा है। मणिपुर की सरकार हमेशा यही कहती है कि सब कुछ सामान्य हो जाएगा लेकिन अभी तक ऐसा कुछ भी नहीं हुआ। इस महीने की शुरुआत से ही हिंसा में तेजी आ गई है और गाठ शनिवार की रात तक पांच लोगों की हत्या कर दी गई है। माइए और कुकी समाज के लोग एक दूसरे पर आक्रमण करने से नहीं चूक रहे हैं। कही हत्या की जा रही है तो कही घर जलाये जा रहे हैं। 

जानकारी के मुताबिक़ सात सितंबर को कुकी और मैती समुदायों के बीच जबरदस्त गोलीबारी हुई, जिसमें कम से कम चार लोगों की मौत हो गई है। मरने वालों का आंकड़ा बढ़ने की आशंका जताई जा रही है। दोनों समुदायों में गोलीबारी से पहले एक व्यक्ति की उसके घर में घुस कर हत्या कर दी गई थी। इस तरह शनिवार की हिंसा में मरने वालों की संख्या पांच हो गई है।

पुलिस के मुताबिक, पहली घटना जिरीबाम जिला मुख्यालय से करीब सात किलोमीटर दूर हुई। संदिग्ध उग्रवादियों ने एक घर में घुस कर बुजुर्ग को सोते समय गोली मार दी। मृतक की पहचान कुलेंद्र सिंघा के रूप में हुई।

इसके बादी कुकी और मैती समुदायों के बीच गोलीबारी हुई। इसमें चार लोगों की मौत हो गई। जिरीबाम इलाके में शुक्रवार की सुबह से लगातार गोलीबारी की खबरें आने लगीं। तभी मरने वालों का आंकड़ा बढ़ने की आशंका जताई जा रही है। राज्य में हिंसा को देखते हुए स्कूल और कॉलेज बंद कर दिए गए हैं।

इससे एक दिन पहले  छह सितंबर को इम्फाल पश्चिम और इम्फाल पूर्व में देर रात भीड़ ने मणिपुर राइफल्स हेडक्वार्टर पर हमला कर दिया। भीड़ सुरक्षा बलों से हथियार लूटना चाहती थी। पुलिस ने केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल यानी सीआरपीएफ जवानों के साथ मिलकर जवाबी कार्रवाई की। 

उन्होंने पैलेट गन से कई राउंड फायरिंग की। मॉक बम और आंसू गैस के गोले भी दागे। सुरक्षा बलों और भीड़ के बीच रात भर संघर्ष चला। इसमें पांच लोगों के घायल होने की खबर है। ऐसी खबर है कि भीड़ के लोग गोला बारूद लूटने में कामयाब नहीं हुआ। इस घटना में भी मौत हो सकती है।

कमेटी ऑन मणिपुर इंटीग्रिटी ने कानून व्यवस्था लागू करने में सरकार की विफलता के विरोध में काम बंद करने और जनता कर्फ्यू का आह्वान किया है। इस अपील और हिंसा की वजह से शनिवार की सुबह इम्फाल में सुबह से सभी दुकानें बंद रहीं। सड़कें और बाजार सुनसान पड़े रहे। गौरतलब है कि सितंबर महीने के पहले सात दिन में चार बार अलग अलग जगहों पर हमले हुए, जिनमें के कम से कम आठ लोगों की मौत हो गई है।

मणिपुर में मई 2023 से चल रही जातीय हिंसा में पहली बार ऐसा हुआ कि ड्रोन और रॉकेट बम से हमले हुए। एक सितंबर को उग्रवादियों ने इम्फाल पश्चिम जिले में ड्रोन से हमला किया। इसमें दो लोगों की मौत हो गई और नौ घायल हुए। 
दो दिन बाद तीन सितंबर को उग्रवादियों ने फिर ड्रोन से हमला किया। इसमें एक महिला सहित तीन लोग घायल हो गए। उग्रवादियों ने रिहायशी इलाके में ड्रोन से तीन विस्फोटक गिराए, जो छत को तोड़ते हुए घरों के अंदर फटे।

इसके बाद शुक्रवार, छह सितंबर को उग्रवादियों ने बिष्णुपुर जिले के मोइरांग में राज्य के पहले मुख्यमंत्री मैरेम्बम कोइरेंग के घर पर हमला हुआ था। बताया जा रहा है कि कुकी उग्रवादियों ने दोपहर तीन बजे पूर्व मुख्यमंत्री के घर पर रॉकेट बम फेंका। इस हमले में एक व्यक्ति की मौत हो गई, जबकि पांच लोग घायल हो गए।

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