बीरेंद्र कुमार झा
कर्नाटक के मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता सिद्धारमैया ने यह स्पष्ट कर दिया है कि कर्नाटक सरकार ने पिछली भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व वाली सरकार द्वारा राज्य के स्कूलों और शैक्षणिक संस्थानों में हिजाब पहनने पर लगाए गए प्रतिबंध को अभी वापस नहीं लिया है।सिद्धारमैया ने कहा कि कांग्रेस सरकार राज्य के शैक्षणिक संस्थानों में हिजाब पर प्रतिबंध हटाने पर अभी विचार ही कर रही है। उन्होंने यह भी बताया कि सरकारी स्तर पर चर्चा के बाद इस पर फैसला किया जाएगा।
यू टर्न को लेकर सिद्धारमैया का स्पष्टीकरण
सिद्धारमैया ने कहा कि हमने अभी तक हिजाब प्रतिबंध हटाने का फैसला नहीं किया है।किसी ने मुझसे इस मुद्दे पर सवाल पूछा था और मैंने जवाब दिया था कि सरकार इसे रद्द करने पर विचार कर रही है।
यह स्पष्टीकरण सिद्धारमैया कि उस बयान के एक दिन बाद आया है जिसमें उन्होंने कहा था की शैक्षणिक संस्थानों में धार्मिक तौर पर सिर पर स्कार्फ पहनने पर कोई प्रतिबंध नहीं है। उन्होंने कहा था कि पोशाक और भोजन का चुनाव व्यक्तिगत है।
शुक्रवार को मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने कहा था कि हम उस फैसले को वापस लेंगे।अब हिजाब पर पर कोई प्रतिबंध नहीं है। अब महिलाएं हिजाब पहन कर बाहर निकल सकती हैं। मैंने अधिकारियों से पिछली सरकार के आदेश वापस लेने को कहा है। कपड़े पहनना और खाना यह लोगों की व्यक्तिगत पसंद है।मुझे क्यों आपत्ति होनी चाहिए, जो चाहे पहनो, जो चाहे खाओ, मुझे इसकी परवाह क्यों ? हमें वोट पाने के लिए राजनीति नहीं करनी चाहिए हम ऐसा नहीं करते हैं ।
बीजेपी के तीव्र आलोचना का होना पड़ा था शिकार
हिजाब पर हिजाब सिद्धरमैया के आए इस बयान के बाद न सिर्फ कर्नाटक के कांग्रेस सरकार को बल्कि कांग्रेस और यहां तक कि विपक्षी गठबंधन इंडिया को बीजेपी की तीखी आलोचना का सामना करना पड़ा था। बीजेपी ने कहा सरकार के इस कदम से शैक्षणिक संस्थाओं की धर्मनिरपेक्ष प्रकृति के बारे में चिंताएं बढ़ गई है। नई दिल्ली में पत्रकारों से बात करते हुए कर्नाटक के बीजेपी प्रमुख विजेंद्र ने सिद्धारमैया पर शैक्षणिक माहौल को खराब करने का आरोप लगाया।
लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस पर तुष्टिकरण की राजनीति में शामिल होने का आरोप लगाते हुए विजयेंद्र ने दावा किया कि आजादी कितने वर्षों के बाद भी अल्पसंख्यकों के बीच साक्षरता और रोजगार दर अभी भी 50% है ।कांग्रेस ने कभी भी अल्पसंख्यकों की स्थिति को ऊपर उठने की कोशिश नहीं की। उन्होंने कहा कि कांग्रेस फूड डालो और राज करो की नीति में विश्वास करती है, जिसे ब्रिटिश शासको ने अपनाया था।
विपक्ष की जीत हुई तो पूरे देश में इस्लामिक कानून होगा लागू
बीजेपी के फायर ब्रांड नेता केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कर्नाटक में कांग्रेस सरकार द्वारा हिजाब पर लगे प्रतिबंध को हटाने के मुद्दे पर कहा कि यह हिजाब पर से प्रतिबंध हटाना भर नहीं है,बल्कि राज्य में सरिया कानून की स्थापना है। उन्होंने आगे कहा कि राहुल गांधी कांग्रेस और विपक्षी गठबंधन इंडिया की देश में सरकार बनी तो पूरे देश में इस्लामी कानून लागू कर दिया जाएगा। यह एक सुनियोजित षडयंत्र का हिस्सा है यह सनातन धर्म को नष्ट करने की साजिश है।
हिंदुओं के गोलबंद होने में और मामला के सुप्रीम कोर्ट में होने का डर
यों तो हिजाब हटाने की बात कह कर उससे यू टर्न लेने के बावजूद कांग्रेस का अल्पसंख्यकों के वोट बैंक को साधने का प्रयास पूरा हो गया,लेकिन ऐसा लगता है कि वह इस मामले पर अड़ा रहकर बहुसंख्यक हिंदुओं का बीजेपी के पक्ष में गोलबंद हो जाने के खतरे को भी मोल नहीं लेना चाहता है, ऐसे में उसने हिजाब मामले पर फिलहाल यू टर्न लेने का मन बना लिया हो। इसके अलावा मामला के सुप्रीम कोर्ट में रहने के कारण भी कांग्रेस द्वारा शैक्षणिक संस्थानों से हिजाब पर लगा प्रतिबंध हटाने को लेकर इस प्रकार लिए जाने वाला कोई निर्णय सुप्रीम कोर्ट के अवमानना के अंतर्गत भी आ सकता था।