देहरादून: उत्तराखंड के जोशीमठ में जमीन धंसने की घटनाओं और घरों में दरार की घटनाओं के बीच मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने उच्चस्तरीय बैठक की। इस बीच जोशीमठ क्षेत्र के प्रभावितों के लिए चमोली के जिला प्रशासन ने बड़ा फैसला लेते हुए कहा कि जिन लोगों के घर खतरे की जद में हैं या रहने योग्य नहीं हैं, उन्हें अगले 6 महीने तक किराए के मकान में रहने के लिए 4000 रुपये प्रति परिवार सहायता दी जाएगी। प्रभावितों को यह मदद मुख्यमंत्री राहत कोष से से दी जाएगी।
Joshimath land subsidence | Chamoli district administration that families whose houses get damaged and become uninhabitable or families that become homeless will be given Rs 4,000 per family for 6 months from Chief Minister Relief Fund.#Uttarakhand pic.twitter.com/p0ZktaTp4X
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) January 6, 2023
देहरादून: उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने चमोली ज़िले के जोशीमठ में भूस्खलन और मकानों में दरार के संबंध में राज्य सचिवालय में शीर्ष अधिकारियों के साथ उच्च स्तरीय बैठक की। pic.twitter.com/9Tr4NpUk5Y
— ANI_HindiNews (@AHindinews) January 6, 2023
सीएम धामी ने दिया अस्थायी पुनर्वास केंद्र बनाने के निर्देश
सीएम पुष्कर सिंह धामी ने निर्देश दिया है कि तत्काल सुरक्षित स्थान पर एक बड़ा अस्थायी पुनर्वास केंद्र बनाया जाए। उन्होंने जोशीमठ में सेक्टर और जोनल वार योजना बनाने का निर्देश देने के साथ ही तत्काल डेंजर जोन को खाली कराने को भी कहा है। उन्होंने जल्द से जल्द आपदा कंट्रोल रूम स्थापित करने का निर्देश दिया है।
निकट भविष्य में पुनर्वास की क्या नीति होगी उन पहलुओं पर बात हुई। लोगों की हर संभव मदद की जाएगी। जान माल की सुरक्षा सबसे ज्यादा जरूरी है। हम अध्ययन भी कर रहें हैं कि पानी का रिसाव कहां से हो रहा है। विभिन्न संस्थानों की मदद ली जा रही है: उत्तराखंड CM पुष्कर सिंह धामी pic.twitter.com/xbT9xlqcrC
— ANI_HindiNews (@AHindinews) January 6, 2023
राज्य सचिवालय में की उच्च स्तरीय बैठक
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने जोशीमठ में भूस्खलन और मकानों में दरार के संबंध में राज्य सचिवालय में शीर्ष अधिकारियों के साथ उच्च स्तरीय बैठक की। बैठक के बाद उन्होंने कहा- निकट भविष्य में पुनर्वास की क्या नीति होगी उन पहलुओं पर बात हुई। लोगों की हर संभव मदद की जाएगी। जान माल की सुरक्षा सबसे ज्यादा जरूरी है। हम अध्ययन भी कर रहें हैं कि पानी का रिसाव कहां से हो रहा है। विभिन्न संस्थानों की मदद ली जा रही है।
In the ongoing meeting, Uttarakhand CM has given instructions that a big temporary rehabilitation center should be set up at a safe place in Joshimath immediately. He also instructed that danger zone should be vacated immediately and the disaster control room should be activated. pic.twitter.com/YsA5uxOWTB
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) January 6, 2023