लखनऊ (बीरेंद्र कुमार): कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी भीषण ठंड के इस मौसम में भी सिर्फ हाफ टी शर्ट पहनकर भारत जोड़ो यात्रा का नेतृत्व करने को लेकर इन दिनों चर्चा में है। पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने 24 दिसंबर को नई दिल्ली में सिर्फ सफेद टी-शर्ट और पतलून में भारत छोड़ो यात्रा का नेतृत्व किया था। इसको लेकर अलग-अलग तरह के बयान आ रहे हैं। सियासी दलों के नेता भी इस पर टिप्पणी कर रहे हैं। अब उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक भी राहुल गांधी के इस टी शर्ट वाले मामले में कूद पड़े हैं। इस मामले में उन्होंने अपने ढंग का अनूठा बयान दिया है।
कहां से मिल रही है ठंड प्रतिरोधक क्षमता?
उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने कहा कि खबरें आ रही है कि राहुल गांधी को तीन चार डिग्री के तापमान में भी ठंड नहीं लगती है। उन्होंने कहा कि अब इस पर शोध चल रहा है कि राहुल गांधी को ठंड प्रतिरोधक क्षमता आखिर कहां से मिल रही है ? और कौन सा जीवाणु है, जिसके शरीर में होने पर ठंड नहीं लगती है? हमने विशेषज्ञों से भी इस बारे में पता लगाने के लिए कहा है।
राहुल गांधी की यात्रा फ्लॉप शो
उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक ने इससे पहले भी राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा पर टिप्पणी की थी उन्होंने कहा था “राहुल गांधी देश को तोड़ने की बात करते हैं। उन्होंने यूपी से गुजरने की हिम्मत नहीं की, सिर्फ किनारों के जिलों से होकर राहुल की यात्रा जा रही हैं। यूपी की जनता ने राहुल गांधी को नकार दिया है, इसलिए वह अमेठी छोड़कर वायनाड भाग गए। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी की इस यात्रा का कोई मकसद नहीं है, यह पूरी तरह से एक फ्लॉप शो है।”
टी शर्ट को लेकर राहुल ने की थी टिप्पणी
राहुल गांधी से भी जब टी-शर्ट पहनकर चलने को लेकर सवाल पूछे गए थे तो राहुल ने कहा था कि मैं भारत जोड़ो यात्रा में टी-शर्ट पहन कर चलता हूं। यात्रा में मेरे साथ गरीब किसान और मजदूरों के कई बच्चे फटे कपड़े पहन कर चलते हैं, लेकिन मीडिया यह नहीं पूछता है कि सर्दी के मौसम में गरीब किसानों और मजदूरों के बच्चे बिना स्वेटर और जैकेट के क्यों चल रहे हैं?
प्रियंका गांधी ने भी बताई थी वजह
राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा जब गाजियाबाद से गुजर रही थी, तब इस यात्रा में शामिल होने के दौरान प्रियंका गांधी ने भी इस टी शर्ट मामले पर टिप्पणी देते हुए कहा था कि मेरे भाई को ठंड इसलिए नहीं लगती है, क्योंकि उन्होंने सच्चाई की चादर ओढ़ रखी है।