बीरेंद्र कुमार झा
दिल्ली के जामिया मिलिया इस्लामिया यूनिवर्सिटी ने15 छात्रों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की है। सख्त कार्रवाई में 3 छात्रों का निष्कासित करना भी शामिल है। मामला छात्रों के आपसी विवाद से जुड़ा हुआ है। दरसल बीते वर्ष छात्रों के दो समूहों के बीच पहले विवाद हुआ, फिर मामला हाथापाई और मारपीट में तब्दील हो गया। इस हंगामे में एक छात्र को गोली लगी थी।अब विश्वविद्यालय इस घटना में शामिल छात्रों के खिलाफ कार्रवाई कर रहा है।
वर्ष 2022 में हुई हिंसा
गौरतलब है कि पिछले साल 2022 ईस्वी के सितंबर महीने में जामिया मिलिया में छात्रों के दो गुटों में जमकर हिंसा हुई थी। उस हिंसा में एक छात्र को गोली लगी थी। घटना के बाद यूनिवर्सिटी प्रसाद प्रबंधन की तरफ से हिंसा में शामिल 15 छात्रों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की बात कही गई थी। इस सिलसिला में 3 छात्रों को निष्कासित किया जा रहा है।
छात्रों पर लगे कई प्रतिबंध
निष्कासन के अलावा सजा पाने वाले छात्रों के कॉलेज कैंपस में प्रवेश पर भी प्रतिबंध लगा दिया गया है।उन्हें हॉस्टल में रहने की भी इजाजत नहीं होगी। साथ ही उन्हें अच्छा व्यवहार करने के लिए बांड भी भरना होगा। विश्वविद्यालय सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार सजा पाने वाले छात्रों में से सिर्फ 3 छात्रों को परीक्षा देने की अनुमति दी गई है। इसके अलावा अब विश्वविद्यालय के किसी भी अन्य कोर्स में इनका का नामांकन नहीं किया जाएगा।
सजा के माध्यम से संदेश
गौरतलब है कि जामिया मिलिया इस्लामिया विश्वविद्यालय में पहले भी छात्रों के गुटों के बीच विवाद और हिंसा होता रहा है।ऐसे में अब इस मामले में विश्वविद्यालय यह संदेश देना चाहता है कि कॉलेज का अनुशासन भंग करने पर छात्रों को कड़ी से कड़ी सजा दी जाएगी। गुटबंदी और मारपीट कॉलेज प्रशासन बर्दाश्त नहीं करेगा।छात्रों की दी गई यह सजा एक संदेश की तरह अन्य छात्रों के बीच जाएगा।