Homeदुनियायूनिवर्सल हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन (UHO)—न्यूज़ लेटर 26 मई 2023

यूनिवर्सल हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन (UHO)—न्यूज़ लेटर 26 मई 2023

Published on

यह साप्ताहिक समाचार पत्र दुनिया भर में महामारी के दौरान पस्त और चोटिल विज्ञान पर अपडेट लाता है। साथ ही कोरोना महामारी पर हम कानूनी अपडेट लाते हैं ताकि एक न्यायपूर्ण समाज स्थापित किया जा सके । पारदर्शिता,सशक्तिकरण और जवाबदेही को बढ़ावा देने के लिए ये छोटा कदम है- यूएचओ के लोकाचार।

डॉ. सुचरित भाकड़ी जो एक मशहूर वायरोलॉजिस्ट हैं। भाकड़ी पर कोविड-19 के बारे में गलत सूचना फैलाने का आरोप था लेकिन जर्मन की अदालत ने उन्हें दोषी नहीं पाया। जर्मनी की महामारी प्रतिबंधों की वह एक प्रमुख आलोचक थी, उन पर कोविड-19 पर गलत सूचना और यहूदियों के प्रति नफरत फैलाने का आरोप लगाया गया था; लेकिन उन्हें जर्मन अदालत ने बरी कर दिया है। अदालत ने फैसला सुनाया कि थाई मूल की मशहूर जर्मन वायरोलॉजिस्ट ने उपलब्ध साक्ष्यों के अनुसार कोई कानून नहीं तोड़ा है।

हम आशा करते हैं कि यह फैसला अन्य वैज्ञानिकों को उस विज्ञान की रक्षा करने के लिए आवश्यक नैतिक साहस देगा जो पिछले तीन वर्षों में भ्रष्टाचार, राजनीति और हितों के संघर्षों से दब गया है।

डॉ. सुचरित भाकड़ी को बरी किए जाने पर मुख्यधारा के मीडिया ने कोई ध्यान नहीं दिया, कहीं ऐसा न हो कि लोग आत्मसंतुष्ट हो जाएं और झूठे अलार्म बजाने पर अधिकारियों पर भरोसा न करें। डॉ भाकड़ी के बेस्ट सेलर किताब का नाम है, “Corona False Alarm?”

विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कोविड-19 से भी अधिक घातक अगली महामारी की दी चेतावनी

डब्ल्यूएचओ नहीं चाहता कि लोग महामारी के डर से आजाद हो जाएं.डब्ल्यूएचओ के निदेशक, डॉ टेड्रोस झूठी चेतावनी या उच्च स्तर की चेतावनी बनाए रखना चाहते हैं। 22 मई 2023 को विश्व स्वास्थ्य सभा को संबोधित करते हुए उन्होंने चेतावनी दी कि कोविड-19 खत्म नहीं हुआ है और उन्होंने दुनिया को कोविड-19 महामारी से भी “घातक” अगली महामारी के लिए तैयार रहने की चेतावनी भी दी, चाहे इसका कोई भी मतलब हो।

WHO अपने बयानों में हमेशा की तरह रहस्य बना हुआ है। यह अनिश्चितता जनता में दहशत को बढ़ाएगी और सामूहिक मनोविकार का निर्माण करेगी। इसे हासिल करने का सबसे अच्छा तरीका महामारी के मद्देनजर बची हुई घबराहट को फिर से जीवित करना है, जिसे सेंसर और हाशिए पर गए डॉ. भाकड़ी और अन्य साहसी वैज्ञानिकों द्वारा कमतर समझा गया।रणनीति में सामाजिक अलगाव (आश्चर्य है कि क्या यह 15 मिनट के शहर योजना का हिस्सा हैं?),”घातक महामारी” के खतरे की चिंता, परिणाम के रूप में बेचैनी की एक सामान्य भावना और मुक्त अस्थायी मनोवैज्ञानिक असंतोष शामिल है।

ऐसे समुदायों से अपनी आलोचनात्मक सोच का त्याग करने और विश्व सरकारों के साथ मिलीभगत करने वाली WHOकी तानाशाही महत्वाकांक्षाओं का आँख बंद करके पालन करने के लिए तैयार किया जाएगा। ऐसा लगता है कि प्रस्तावित डब्ल्यूएचओ महामारी संधि के लिए मंच तैयार हो गया है, जो लोकतंत्र, नैतिकता और मानवाधिकारों की नींव पर चोट करेगा। इस तानाशाही प्रस्तावित महामारी संधि से जुड़ी चिंताओं का सार यहाँ प्राप्त किया जा सकता है: https://youtu.be/u3jnoQeTW2E

ब्रिटिश हार्ट फ़ाउंडेशन ने यूके में दिल की धड़कन के असामान्य तौर पर बढ़ने की चेतावनी की जारी

आलिंद फिब्रिलेशन (हृदय के ऊपरी कक्षों का स्पंदन), 2013 में 1 मिलियन से बढ़कर 2023 में 1.5 मिलियन हो गई यानी यूके में 50 फीसदी की वृद्धि हुई। यह बयान 19 मई 2023 को ब्रिटिश हार्ट फाउंडेशन द्वारा जारी किया गया था। आलिंद फिब्रिलेशन की वजह से स्ट्रोक की घटनाओं में वृद्धि होने का अनुमान लगाया जाता है। स्ट्रोक की घटनाओं में वृद्धि को कोविड-19 टीकों से जुड़े मायोकार्डिटिस की समस्या की जांच की आवश्यकता है। ब्रिटिश हार्ट फाउंडेशन ने सटीक वर्ष का खुलासा तो नहीं किया है जब एट्रियल फिब्रिलेशन में स्पाइक हुआ है, इसलिए इसे इस अधूरे डेटा के साथ वैक्सीन रोल आउट से जोड़ना संभव नहीं है।

यूएसए में पहला कोविड वैक्सीन इंजरी का मुकदमा दर्ज: अमेरिकी सरकार और सार्वजनिक स्वास्थ्य अधिकारी को बनाता है निशाना

कोविड-19 वैक्सीन से प्रेरित कार्डियक अरेस्ट के कारण अपने 16 साल के बेटे को खोने वाले पांच वैक्सीन घायल व्यक्तियों और एक पिता ने सोशल मीडिया पर उनकी कहानियों को सेंसर करने के लिए बाइडेन प्रशासन और शीर्ष सार्वजनिक स्वास्थ्य अधिकारियों पर मुकदमा दायर किया है। वादी में एक महिला भी शामिल है, जिसे एस्ट्राजेनेका (भारत में कोविशील्ड) के कारण गंभीर तंत्रिका क्षति हुई थी। शिकायतकर्ताओं का आरोप है कि जब उन्होंने अपने व्यक्तिगत टीके की चोट के अनुभव को पोस्ट किया तब अमेरिकी सरकार ने सोशल मीडिया कंपनियों के साथ सांठगांठ कर उन्हें सेंसर किया।

यह चिंता का विषय है कि संयुक्त राज्य अमेरिका और यूरोप में गंभीर प्रतिकूल घटनाओं से जुड़े टीकों (एस्ट्राजेनेका) में से एक का भारत में बड़े पैमाने पर टीकाकरण अभियान के लिए उपयोग किया गया है। प्रतिकूल घटनाओं, यदि कोई हो, कि पहचान करने और उनकी भरपाई करने के लिए हमें एक व्यापक सर्वेक्षण (“हर घर दस्तक” के माध्यम से) की आवश्यकता है। सार्वजनिक स्वास्थ्य और टीकों में लोगों के विश्वास को बहाल करने के लिए हम कम से कम इतना तो कर ही सकते हैं।

जल्दबाजी में फोर्टिफाइड चावल को बड़े पैमाने पर वितरण के लिए दे दी गई मंजूरी

प्रधानमंत्री कार्यालय ने जोखिम-लाभ संबंधी चिंताओं की अनदेखी करते हुए फोर्टिफाइड चावल को बड़े पैमाने पर वितरण के लिए मंजूरी दे दी है। यह चिंता हाल ही में “रिपोर्टर्स कलेक्टिव” द्वारा उठाई गई थी। उनके द्वारा हासिल किए गए दस्तावेजों से पता चला कि फोर्टिफाइड चावल के लाभों पर अधिकांश प्रायोगिक परियोजनाएं शुरू ही नहीं हो पाई हैं। देश में एक सार्वजनिक स्वास्थ्य समस्या एनीमिया को खत्म करने के लिए चावल में लोहे का अंश मिलाने का प्रस्ताव है। विशेषज्ञों का कहना है कि फोर्टिफाइड चावल कोई दीर्घकालिक समाधान नहीं है। एक विविध आहार और उचित मूल्य पर पर्याप्त भोजन समस्या का समाधान करने का तरीका है। यहां तक कि नीति आयोग के सलाहकार अनुराग गोयल ने भी स्वीकार किया है कि फोर्टिफाइड चावल की प्रभावकारिता का परीक्षण करने के लिए पायलट प्रोजेक्ट बहुत सफल नहीं थे।

यह याद करना प्रासंगिक हो सकता है कि सितंबर 2019 में, प्रसिद्ध पत्रिका “डाउन टू अर्थ” ने खाद्य फोर्टिफिकेशन योजनाओं के लाभार्थियों का खुलासा किया था। डाउन टू अर्थ में प्रकाशित रिपोर्ट में बताया गया है कि चावल का फोर्टिफिकेशन पांच बड़ी कंपनियों के लिए 3000 करोड़ रुपये का बाजार तैयार करेगा।

मंकीपॉक्स के खतरे के बारे में गलत सूचना पर अध्ययन

इंटरनेट के आगमन के साथ, मानव सभ्यता ने सदी के अंत में “सूचना युग” में प्रवेश किया.हालाँकि यह स्पष्ट नहीं है कि हम अब “सूचना युग” या “गलत सूचना युग” में हैं। एक हालिया अध्ययन बच्चों के बीच मंकीपॉक्स से संबंधित ट्वीट्स का सावधानीपूर्वक सांख्यिकीय विश्लेषण करता है।अध्ययन में 18 मई से 19 सितंबर 2022 के बीच 5 महीने की अवधि में मेडिकल क्रेडेंशियल्स (जैसे एमडी, डीओ, आदि) वाले उपयोगकर्ताओं के ट्वीट पर विचार किया गया। लेखकों ने पाया कि:
• अधिकतम 82% ट्वीट गलत थे,
• 100% ट्वीट्स ने बच्चों के लिए मंकीपॉक्स के जोखिम को बढ़ा-चढ़ा कर बताया
• अनुयायियों और रीट्वीट के माध्यम से विस्तार पर विचार करते हुए, ट्विटर उपयोगकर्ताओं को सटीक जानकारी के बजाय गलत जानकारी मिलने की संभावना 974 गुना अधिक थी।

यह याद रखने योग्य है कि डब्ल्यूएचओ के महानिदेशक (ट्रेड्रोस अदनोम घेब्रेयसस) भी शायद गलत सूचना के दोषी थे, जब जुलाई 2022 में उन्होंने अपने स्वयं के सलाहकारों की आम सहमति के खिलाफ जाते हुए मंकीपॉक्स को वैश्विक सार्वजनिक स्वास्थ्य आपातकाल घोषित किया था। इसलिए, आज के “सूचना” युग में, स्रोत की परवाह किए बिना, सभी सूचनाओं पर गंभीर रूप से सोचना और प्रश्न करना अधिक महत्वपूर्ण है।

Latest articles

Weather Today 08 September 2024: देश के इन राज्‍यों में भारी बारिश का अनुमान, मौसम विभाग ने जारी किया अलर्ट,जानें आपके शहर का हाल

Weather Today देश की राजधानी दिल्ली सहित देश के अधिकतर हिस्सों में एक बार फिर...

अमित शाह ने कहा- राहुल गांधी जम्मू कश्मीर के लोगों गुमराह करना बंद करे

जम्मू-कश्मीर में चुनाव गर्मी ने राजनीतिक पारा काफी चढ़ा दिया है।प्रथम चरण के मतदान...

महाराष्ट्र चुनाव में जीत के लिए बीजेपी की खास प्लानिंग, नितिन गडकरी को बड़ी जिम्मेदारी

केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी सहित महाराष्ट्र के सभी बीजेपी नेता आगामी महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव...

More like this

Weather Today 08 September 2024: देश के इन राज्‍यों में भारी बारिश का अनुमान, मौसम विभाग ने जारी किया अलर्ट,जानें आपके शहर का हाल

Weather Today देश की राजधानी दिल्ली सहित देश के अधिकतर हिस्सों में एक बार फिर...

अमित शाह ने कहा- राहुल गांधी जम्मू कश्मीर के लोगों गुमराह करना बंद करे

जम्मू-कश्मीर में चुनाव गर्मी ने राजनीतिक पारा काफी चढ़ा दिया है।प्रथम चरण के मतदान...