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 यूक्रेन के नोटों में शामिल होने की कोई समय सीमा नहीं, बेकार गई जेलेंस्की की मेहनत

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बीरेंद्र कुमार झा

रूस यूक्रेन युद्ध के बीच यूक्रेन को अपने करीबियों से बड़ी निराशा हाथ लगी है। उत्तरी अटलांटिक संधि संगठन(NATO) प्रमुख ने कहा कि नेताओं ने यूक्रेन को समूह में शामिल करने के लिए कोई समय सीमा तय नहीं की है। नाटो के इस रूप से यूक्रेन के राष्ट्रपति व्लादिमीर जेलेंसकी खासे नाराज हैं।नाटो महासचिव जेंस स्टोल्टनबर्ग ने कहा कि संगठन के सदस्य देशों के नेता इस बात पर तैयार हुए हैं कि जब सहयोगी देशों में रजामंदी होगी और शर्तें पूरी होगी, तो यूक्रेन को समूह में शामिल करने की अनुमति दी जाएगी।

कोई समय सीमा तय नहीं की गई

नाटो प्रमुख का कहना था कि यूक्रेन को 31 देशों के सैन्य संगठन में शामिल करने के लिए कोई समय सीमा तय नहीं की गई है। इस बात पर यूक्रेन के राष्ट्रपति व्लादीमीर जेलेंस्की ने अप्रसन्नता जताई थी और इसे बेतुका कहा था।स्टोल्टनबर्ग ने नाटो की सदस्यता के लिए आवश्यक एक प्रमुख कदम का उल्लेख करते हुए संवाददाताओं से कहा कि हमने दोहराया है कि यूक्रेन नाटो का सदस्य बनेगा और हम सदस्यता कार्य योजना की आवश्यकता समाप्त करने के लिए सहमत हो गए हैं।

स्टोल्टनबर्ग ने कहा कि इस फैसले के बाद यूक्रेन की सदस्यता के लिए दो कदम के बजाय एक कदम उठाना पड़ेगा, और जब सहयोगी देश सहमत होंगे,हर शर्तें पूरी होंगी, तब यूक्रेन नोटों में शामिल होगा।नाटो के 31 देशों में यूक्रेन की सदस्यता को लेकर आम सहमति नहीं बनी है, जबकि अनेक देश यूक्रेन की सेना को हथियार और गोला-बारूद मुहैया करा रहे हैं।हालांकि नेताओं ने यूक्रेन के रास्ते से अवरोध हटाने का फैसला किया है ताकि रूस के साथ युद्ध समाप्त होते ही यूक्रेन नाटो संगठन में शामिल हो जाएं।

नोटों के इस कदम से जेलेंस्की भड़के

जेकेंस्की ने संकेत दिया था कि वे नाटो की कार्यवाही को संतोषजनक नहीं मानते हैं। नाटो के सम्मेलन में शामिल होने के लिए विलनियूस जा रहे जेकेंसकी ने कहा कि यूक्रेन को आमंत्रित किया जाना और उसकी सदस्यता के लिए कोई समय सीमा तय नहीं किया जाना अभूतपूर्व और बेतुका है।उन्होंने कहा कि अनिश्चितता कमजोरी होती है और मैं सम्मेलन में इस इस पर खुलकर बात रखूंगा ।उन्होंने ट्वीट किया कि हम अपने सहयोगियों को महत्व देते हैं,यूक्रेन भी सम्मान का हकदार हैं।

जेकेंस्कि की चिंताओं के बारे में पूछे जाने पर स्टोल्टनबर्ग ने कहा कि सबसे अहम बात यह है उनका देश रूस के खिलाफ युद्ध जीते ।क्योंकि जब यूक्रेन अस्तित्व में रहेगा तभी सदस्यता पर बातचीत का कोई मतलब है।यूक्रेन के राष्ट्रपति की ओर से व्यक्त नाराजगी विलनियस में तनाव का माहौल बना सकती है। पश्चिमी देश जेलेंस्कि को रूस के हमले के दौरान उनके नेतृत्व के लिए नायक की संज्ञा दे चुके हैं।

अमेरिका यूक्रेन की सदस्यता को तैयार

इससे पहले अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने मंगलवार को स्वीडन के नाटो में शामिल होने के लिए एक समझौते की सराहना की। स्वीडन के नाटो के सम्मेलन को ऐतिहासिक क्षण बताया और कहा कि अमेरिका यूक्रेन की सदस्यता के मार्ग को रेखांकित करने के प्रस्ताव पर सहमत हो गया है।इस प्रस्ताव को अभी सार्वजनिक रूप से जारी नहीं किया गया है। सम्मेलन के उद्घाटन से पहले सोमवार रात को तुर्की ने स्वीडन के नोटों में शामिल होने पर अपने आपत्तियों को वापस ले लिया। पश्चिमी देशों के नेता यूक्रेन पर उसके हमले के मद्देनजर इसी तरह की एकजुटता का प्रदर्शन चाह रहे थे।

कई दिनों तक गहन मंथन के बाद इस समझौते पर पहुंचा गया है और इससे उत्तरी यूरोप में नाटो की शक्ति बढ़ सकती है।अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेक सुलीवन ने संवाददाताओं से कहा कि नाटो की एकता एकता खत्म होने की अफवाह को बढ़ा चढ़ा कर पेश किया गया ।समझौते की घोषणा के समय जारी संयुक्त बयान के अनुसार तुर्की के राष्ट्रपति रजब तैयब अपने देश की संसद से स्वीडन के नाटो में शामिल होने पर मोहर लगाने को कहेंगे। हंगरी के प्रधानमंत्री विक्टर ऑरबन भी इसी तरह का रुख अपना सकते हैं।

यह स्थिति बाइडन के लिए भी सफलता वाली है, जिन्होंने कहा कि नाटो के विस्तार को इस बात के उदाहरण के रूप में देखा जा सकता है कि यूक्रेन पर हमला किस तरह रूस पर भी भारी पड़ा है।फिनलैंड पहले ही नाटो का 31 वां सदस्य बन चुका है ।स्वीडन 32 वां सदस्य बनने जा रहा है उधर रूस के प्रधानमंत्री दमित्री पेरेस्कोव ने संवाददाताओं से कहा कि नाटो का विस्तार उन कारणों में शामिल हैं ,जिनकी वजह से मौजूदा हालात बने हैं।

 

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