विकास कुमार
शिवसेना (यूबीटी) अध्यक्ष उद्धव ठाकरे को एक और बड़ा झटका लगा है। चिंचवाड़ के राहुल कलाटे ने ठाकरे का साथ छोड़ दिया है। अब राहुल कलाटे एकनाथ शिंदे की शिवसेना में शामिल होंगे। राहुल कलाटे के साथ-साथ शिवसेना के पदाधिकारी और कार्यकर्ता भी शिंदे गुट का दामन थामेंगे। वहीं राहुल कलाटे ने मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व में काम करने की इच्छा जताई है।
उद्धव ठाकरे की शिवसेना में बगावत का सिलसिला अभी तक थमा नहीं है। अब भी उद्धव ठाकरे को पार्टी में बगावत का सामना करना पड़ रहा है। .कुछ दिन पहले, शिवसेना नेता मनीषा कायंदे और नीलम गोरे शिंदे गुट में शामिल हो गईं थी। शिंदे गुट में जैसे ही मनीषा कायंदे की एंट्री हुई, एकनाथ शिंदे ने उन पर भरोसा जताते हुए उन्हें अहम जिम्मेदारी सौंप दी। इससे पहले आदित्य ठाकरे के करीबी राहुल कनाल भी शिंदे की शिवसेना में शामिल हो गए थे। राहुल कनाल ने भी शिंदे गुट का दामन थामते ही आदित्य ठाकरे पर भी हमला बोला था।
राहुल कलाटे का परिवार 2001 से पहले कांग्रेस में था। साल 2002 में राहुल कलाटे एनसीपी के टिकट पर नगर निगम का चुनाव हार गए। 2014 के विधानसभा चुनाव में शिवसेना के टिकट पर चुनाव लड़ा। वहीं 2017 में पहली बार वे शिवसेना से नगरसेवक बने। वे नगर पालिका में शिवसेना के गुट नेता भी थे और नगर अध्यक्ष के पद पर भी तैनात थे। 2019 के विधानसभा चुनाव में भी राहुल कलाटे को सफलता नहीं मिली। हालांकि राहुल कलाटे की कोई बहुत बड़ी राजनीतिक हैसियत नहीं है। लेकिन उनके जाने से उद्धव ठाकरे के सैनिकों के मनोबल पर असर जरुर पड़ेगा।